कर्नाटक में लिंगायत मठ के संत शिवमूर्ति मुरुगा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में चित्रदुर्गा जेल भेजा गया है. संत ने सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उनका ईसीजी, ब्लड टेस्ट और सीटी स्कैन किया गया है. अब आगे के इलाज के लिए डॉक्टर्स द्वारा फैसला लिया जाएगा.
चित्रदुर्ग जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रंगनाथ ने बताया कि संत शिवमूर्ति का ईसीजी, ईसीओ और सीटी स्कैन किया गया है. यहां के चिकित्सकों ने कॉर्डियोलॉजिस्ट से चेक कराने की सलाह दी थी. हमने दावणगेरे एसएस अस्पताल के 2 कॉर्डियोलिस्ट से कहा है वो चेक करेंगे. उसके बाद हम फैसला लेंगे कि उन्हें अस्पताल ले जाना है या नहीं. हालांकि 60 साल के होने पर ये बहुत सामान्य सी बात है.
लिंगायत मठ के संत शिवमूर्ति मुरुगा को गुरुवार को ही कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. उनका देर रात मेडिकल चेकअप कराया गया था और कोर्ट में पेशी हुई थी. उसके बाद कोर्ट ने ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का आदेश दिया था. कर्नाटक पुलिस अब ओपन कोर्ट में संत की रिमांड की मांग करेगी. इसके पहले उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. शिवमूर्ति पर नाबालिगों लड़कियों के यौन शोषण का आरोप है.
लिंगायत मठ के संत हैं शिवमूर्ति
बता दें कि शिवमूर्ति लिंगायत मठ काफी प्रसिद्ध मठ है. मैसूर पुलिस ने दो नाबालिगों की शिकायत के बाद संत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया है. कर्नाटक पुलिस ने बताया कि आरोपी शिवमूर्ति मुरुगा का रात में ही मेडिकल टेस्ट किया गया. शिवमूर्ति मुरुगा के अलावा पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों से पूछताछ की जाएगी.
अन्य लोगों से भी हो रही पूछताछ
चित्रदुर्गा जिले के एसपी परशुराम ने बताया कि हमने पूरी प्रक्रिया का पालन किया है. अभी सिर्फ शिवमूर्ति को गिरफ्तार किया है और रश्मि को पूछताछ के लिए ले जाया गया. हम इन सभी के खिलाफ सबूत एकट्ठा कर रहे थे. मामले में अन्य आरोपियों के ठिकाने के बारे में भी जानकारी मिली है.
मठ के स्कूल में ही पढ़ती हैं आरोप लगाने वाली छात्राएं
इस मामले में बड़ी बात ये है कि जिन दो नाबालिगों ने शिवमूर्ति पर यौन शोषण का आरोप लगाया है, वो दोनों ही मठ द्वारा संचालित स्कूल में ही पढ़ती हैं. ये पीड़िताएं एक एनजीओ की मदद से जिला बाल कल्याण समिति के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंची थीं. इस मामले में शिवमूर्ति मुरुगा के अलावा चार वॉर्डन के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है. शिकायत में कहा गया है कि मठ द्वारा संचालित स्कूल के हॉस्टल में रहने वाली 15 और 16 साल की लड़कियों का लगभग साढ़े तीन साल तक यौन उत्पीड़न हुआ. इसके अलावा कई दूसरी लड़कियों के साथ भी ऐसा ही किया गया.