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लोकसभा में नाम लिया किसी और का, बोलने लगा कोई और सांसद... फिर हुआ कुछ ऐसा

लोकसभा में गुरुवार को कुछ ऐसा हुआ कि आसन से नाम किसी और सदस्य का लिया गया और बोलने के लिए कोई और सांसद खड़ा हो गया. यह वाकया शून्यकाल के दौरान का है.

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नाम लिया दिनेश चंंद्र यादव का, बोलने लगे दूसरे सदस्य
नाम लिया दिनेश चंंद्र यादव का, बोलने लगे दूसरे सदस्य

संसद के चालू बजट सत्र के दौरान गुरुवार को लोकसभा में आसन से नाम किसी और का लिया गया और खड़ा कोई और सदस्य हो गया. खड़े हुए सदस्य ने बोलना भी शुरू कर दिया. लोकसभा के कर्मचारियों ने इस तरफ आसन का ध्यान आकृष्ट कराया और तब आसन ने दूसरे सदस्य को रोकते हुए कहा कि हमने नाम लिया था. क्या ये आप ही हैं. इसके बाद सही सदस्य अपनी सीट पर खड़े हुए और बोलना शुरू किया. यह वाकया शून्यकाल के दौरान का है.

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दरअसल, शून्यकाल के दौरान वक्ताओं की लंबी फेहरिश्त को देखते हुए आसन से कृष्ण प्रसाद तेन्नेटी ने सभी सदस्यों से अपनी बात एक मिनट के अंदर रखने के लिए कहा. शून्यकाल के दौरान चंडीगढ़ से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी के बाद बोलने के लिए आसन से उन्होंने दिनेश चंद्र यादव का नाम लिया.

बिहार की मधेपुरा सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद दिनेश चंद्र यादव की बजाय महाराष्ट्र के एक विपक्षी सांसद अपनी सीट पर खड़े हो गए और बोलना भी शुरू कर दिया. इसके बाद लोकसभा के कर्मचारियों ने आसन का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराते हुए कहा कि ये वो नहीं हैं. आसन से कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने बोल रहे सदस्य को रोका और पूछा कि आप दिनेश चंद्र यादव जी हैं?

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उन्होंने कहा कि नाम हम बुलाए हैं दिनेश चंद्र यादव जी का, आप क्यों खड़े हो गए. कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने इसके बाद फिर से दिनेश चंद्र यादव का नाम लिया और कहा कि आप बोलिएगा. अपनी सीट पर खड़े हुए दिनेश चंद्र यादव ने इसके बाद बोलना शुरू किया और यात्रियों की संख्या का हवाला देते हुए पटना से पूर्णिया तक वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की.

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इससे पहले, चंडीगढ़ से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज के घर से कैश बरामदगी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि कानून मंत्री को सदन में इस मुद्दे पर बयान देना चाहिए. टीएमसी और डीएमके के सांसदों ने भी शून्यकाल के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर से भारी मात्रा में कैश बरामदगी का मुद्दा उठाया.

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