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सरकार विरोधी नारों के बीच लोकसभा से पारित हुआ जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक

लोकसभा में अडानी मुद्दे को लेकर विपक्ष की नारेबाजी के बीच विधेयक पारित किए गए. लोकसभा में मंगलवार को जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश के वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 के लिए अनुदान मांगें भी पारित हो गईं.

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विपक्ष की नारेबाजी के बीच पारित हुआ विधेयक (फोटोः पीटीआई)
विपक्ष की नारेबाजी के बीच पारित हुआ विधेयक (फोटोः पीटीआई)

संसद के चालू बजट सत्र के दूसरे चरण के सातवें दिन विपक्ष ने अडानी मुद्दे ककी जेपीसी जांच की मांग करते हुए हंगामा किया. दोपहर 2 बजे जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, आसन की ओर से ये जानकारी दी गई कि नियम 267 के तहत मिले स्थगन प्रस्ताव के किसी भी नोटिस को स्पीकर ने अनुमति नहीं दी है.

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इसके बाद विपक्षी दलों के सांसद वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. विपक्ष की ओर से मोदी-अडानी भाई-भाई, देश को लूटना बंद करो और अडानी सरकार हाय-हाय के नारे लगाए. नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही जारी रही. हंगामे और नारेबाजी के बीच जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक 2023 और अनुदान मांगों को बगैर चर्चा के ही सदन से पारित कर दिया गया.

इससे पहले, सदन की कार्यवाही जब शुरू हुई, बीजेपी सांसद जुगल किशोर शर्मा ने विपक्ष की नारेबाजी के बीच जम्मू कश्मीर के बजट का अनुमोदन किया और इस पर चर्चा की शुरुआत की. विपक्ष के सदस्य इसके बाद वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. विपक्ष की नारेबाजी के बीच आसन की ओर से जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक 2023, जम्मू कश्मीर विनियोग ( नंबर दो) विधेयक 2023 पर वोटिंग कराकर पारित करा दिया गया.

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लोकसभा से हंगामे के बीच वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की अनुदान मांगों का प्रस्ताव भी पारित हो गया. वित्तीय वर्ष 2022-23 की अनुदान मांगों को भी लोकसभा में पारित कर दिया गया. आसन की ओर से हंगामे के बीच ही नवसंवत्सर और गुड़ी पड़वा जैसे त्योहारों के लिए 22 मार्च को सदन में अवकाश के मिले प्रस्ताव का जिक्र करते हुए इसे मंजूरी दी गई.

अडानी मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा

गौरतलब है कि अडानी मुद्दे पर आक्रामक विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया. सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दोपहर दो बजे जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, विपक्षी दलों के सांसद फिर से वेल में आ गए और अडानी मुद्दे को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी.

 

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