लोकसभा में प्राइवेट मेंबर बिल की कार्यवाही के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद राजीव प्रताप रुडी ने भी ग्रीनफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही जिलों के विकास के लिए कमेटी से जुड़े प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया जो दिशा को संवैधानिक दर्जा दिलाने से जुड़ा विधेयक है. इसी दौरान स्पीकर ओम बिरला ने राजीव प्रताप रुडी को टोका. स्पीकर ने बिहार के सारण से सांसद रुडी को टोकते हुए कहा कि आपके इलाके के जो मतदाता हैं न, वो मेरी समझ से हिंदी ज्यादा समझते हैं.
हुआ ये कि राजीव प्रताप रुडी ने जब प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया, उन्होंने अपनी बात अंग्रेजी में कहा. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने रुडी को टोका और उनके निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के हिंदी समझने की बात कही. बीजेपी सांसद रुडी ने भी हल्के-फुल्के अंदाज में इसका जवाब देते हुए कहा कि बीच-बीच में सदन को भी ये बताना होता है कि हमें अंग्रेजी बोलना आता है.
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उन्होंने कहा कि आप तो जानते हैं लेकिन नेताओं को लेकर जो इमेज बनी है, कई नए सांसद चुनकर यहां आए हैं. इससे पहले गोरखपुर से बीजेपी के सांसद रवि किशन ने भोजपुरी भाषा और साहित्य के विकास के लिए, हर भाषा और विधा के कलाकारों को सामाजिक सुरक्षा देने और मछुआरों को जीवन बीमा के साथ उनके बच्चों की देखभाल सुनिश्चित करने से संबंधित प्राइवेट मेंबर बिल सदन में पेश किए.
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केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केरल हाईकोर्ट की परमानेंट बेंच स्थापित करने, ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों से संबंधित बिल लोकसभा में पेश किए. शशि थरूर ने 35 साल से कम उम्र के लोगों के लिए 10 फीसदीलोकसभा की सीटें आरक्षित करने से संबंधित प्राइवेट मेंबर बिल भी लोकसभा में पेश किया. यूपी की नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अनुसूचित जाति-जनजाति के बच्चों के लिए रिहायशी स्कूल स्थापित करने, उच्च माध्यमिक तक फ्री शिक्षा देने वाले स्कूल स्थापित करने के साथ ही निजी क्षेत्रों में आरक्षण के उपबंध करने से संबंधित बिल पेश किया.
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झारखंड के गोड्डा से सांसद डॉक्टर निशिकांत दुबे ने देश को 2025 तक एकल प्लास्टिक मुक्त बनाने, बाढ़ नियंत्रण आयोग के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों के संरक्षण और पुनर्वास, केंद्रीय शैक्षणिक संस्थान अधिनियम 2006 में और संशोधन करने वाला प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया. इसके बाद स्पीकर ने डॉक्टर बेनी बेहनान का नाम लिया. स्पीकर बिरला ने इसके बाद चुटकी लेते हुए कहा कि आज तो डॉक्टर ही डॉक्टर हैं. ये एलोपैथ के हैं कि होम्योपैथ के हैं, ये नहीं पता. इस पर भी सदन में खूब ठहाके गूंजे. केरल से कांग्रेस के सांसद शफी पारंबिल ने हवाई यात्रा के किराए के विनिमय को लेकर संकल्प पेश किया.