मॉनसून सत्र के नौवें दिन लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर सवाल था. कांग्रेस सांसद ने ये पूछा था कि अपने संसदीय क्षेत्र का संदर्भ लेकर ये सवाल किया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का मापदंड क्या है. जवाब देने के लिए सरकार की ओर से सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा खड़े हुए.
केंद्रीय मंत्री जब जवाब देना शुरू किया, स्पीकर ओम बिरला झुंझलाए और दो बार सवाल भी बताया. फिर जवाब के बीच में ही बैठाकर अगला प्रश्न ले लिया. हुआ ये कि प्रश्नकाल के दौरान राजस्थान के करौली-धौलपुर से कांग्रेस के सांसद भजन लाल जाटव ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर सवाल किया.
कांग्रेस सांसद ने पूछा कि किसी मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने के क्या मापदंड होते हैं. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में तीन तीर्थस्थल होने का उल्लेख किया और पूछा कि सरकार इसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का विचार रखती है क्या? इस पर स्पीकर ने कहा कि आप पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे हो. आपको नहीं पता क्या कि कैसे होता है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि इसीलिए मापदंड पूछा है.
इसका जवाब देते हुए अजय टम्टा ने कहा कि माननीय सदस्य ने महाराष्ट्र से जुड़ा सवाल पूछा है. इस पर उन्हें टोकते हुए स्पीकर ने कहा कि महाराष्ट्र से संबंधित नहीं, उन्होंने ये पूछा कि राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की क्या नीति होती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ प्रश्न किया था. उनको मैं राजस्थान के बारे में कुछ जानकारी... स्पीकर ने उन्हें फिर टोका.
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि राजस्थान के बारे में नहीं पूछा है. मंत्री ने कहा कि नहीं-नहीं, अपने लोकसभा के बारे में जानकारी दी है. इस पर स्पीकर ओम बिरला की झुंझलाहट भी नजर आई. स्पीकर ओम बिरला ने फिर से धौलपुर के सांसद का सवाल दोहराया. केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा जवाब में मोदी सरकार के कार्यकाल में एनएच निर्माण से जुड़े आंकड़े बताने लगे.
केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने जवाब में नरेंद्र मोदी की सरकार में बने एनएच का आंकड़ा बताया ही था कि आसन से स्पीकर ओम बिरला बोले- क्वेश्चन नंबर 144, बैजयंत पांडाजी. स्पीकर ने जवाब दे रहे मंत्री अजय टम्टा से बैठने के लिए कहा.