संसद की कार्यवाही के दौरान हुई सुरक्षा में चूक को लेकर कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं. एक ओर सरकार ने कहा कि संसद पूरी तरह सुरक्षित है, दूसरी ओर I.N.D.I.A. गठबंधन का कहना है कि सरकार संसद की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. वहीं जेडीयू सांसद गिरधारी यादव ने कहा है कि हालात ऐसे हैं कि कोई किसी भी एमपी को उठा ले जाएगा.
जेडीयू सांसद ने कहा, "संसद की सुरक्षा के लिए स्टाफ ही नहीं है. सब कॉन्ट्रेक्ट पर स्टाफ लगा हुआ है. स्थिति ऐसी है कि किसी भी सांसद को कोई उठा ले जाएगा किसी दिन. कॉन्ट्रेक्ट पर रखेंगे लोगों को कम सैलरी पर तो वो कुछ पैसे लेकर किसी को भी पार्लियामेंट में घुसा देगा और वो हमें उठा लेकर चले जाएंगे किसी दिन."
वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कार्यवाही के दौरान हंगामा मचाने वाले आरोपियों को पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, "बीजेपी एमपी ने पास इश्यू कराए थे उन लोगों को, जिन्होंने सुरक्षा में सेंध लगाई. हमने इसको लेकर शिकायत की, लेकिन सरकार कुछ सुनने के लिए तैयार नहीं है. संसद भवन को भी ये सुरक्षित नहीं रख सकते हैं. क्या ये लोग वापस पुलवामा जैसी घटना चाहते हैं क्योंकि खुद ही पास जारी करते हैं और फिर ये घटना घटती है. क्या ये पुलवामा का पुनरावृति थी?"
I.N.D.I.A गठबंधन ने इसको लेकर बुलाई बैठक
संसद में सुरक्षा चूक को I.N.D.I.A. गठबंधन ने भी आज बैठक बुलाई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. I.N.D.I.A ब्लॉक के मुताबिक, इस मुद्दे पर सरकार गंभीर नहीं दिख रही है. साल 2001 में सुरक्षा बलों ने आतंकियों को संसद में घुसने नहीं दिया था. I.N.D.I.A गठबंधन इस बात पर चर्चा करेगा कि उसका ज्ञापन राष्ट्रपति मुर्मू को सौंपा जाना चाहिए. I.N.D.I.A ब्लॉक ये भी मांग करेगा कि संसद की सुरक्षा की समीक्षा करने और अपनी प्रतिक्रिया भेजने के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए.
संसद में आज फिर गूंजेगा मुद्दा
इसके अलावा सिक्योरिटी ब्रीच का मामला आज फिर संसद में गूंजेगा. कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने राज्यसभा में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर चर्चा की मांग के लिए राज्यसभा में नियम, 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है. इसमें मांग की है कि केंद्रीय गृह मंत्री इस मामले में संसद में बयान दें.
मैं उन्हें आतंकी नहीं कह सकता: संजय राउत
वहीं शिवसेना UBT सांसद संजय राउत ने कहा कि मैं उन्हें आतंकी नहीं कह सकता. वो बच्चे हैं, भूले भटके नागरिक हैं. बेरोजगारी से परेशान हैं. 2-4 बच्चे अंदर चले गए थे. देश के युवाओं की दिशा बदल रही है. युवा निराश हैं, जिसकी जिम्मेदार सरकार है.
अधीर रंजन बोले- जनता के दिल का गुस्सा संसद में आया
इसके अलावा लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने देश में बेरोजगारी को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, "इस हमले के पीछे की वजह बेरोजगारी है. मैं समर्थन नहीं कर रहा हूं किसी को, लेकिन आज आम जनता दिल का गुस्सा संसद में लेकर आई है."
नवनीत राणा ने महुआ मोइत्रा पर लगाए आरोप
इस बीच अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जिस सांसद को सस्पेंड किया गया है 2024 के कार्यकाल तक. हमारी कलीग जो बंगाल से सांसद थीं. ये उनके ही लोग हैं जिन्होंने संसद में ये काम किया है. उनके ही लोगों ने ये काम किया है. उनको कड़ी सजा देनी चाहिए ताकि एक मिसाल कायम हो. उनके मैसेज, बातचीत जिससे हुई उसकी जांच हो. जिनको सस्पेंड किया गया था उन पर भी देशद्रोह लगाना चाहिए और जांच करनी चाहिए.