इंडिया गठबंधन के भविष्य को लेकर DMK ने सवाल खड़े किए हैं. CPI महासचिव डी राजा ने आजतक से कहा कि इंडिया ब्लॉक के नेताओं को आत्मचिंतन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक की कोई भी बैठक नहीं हुई है.
डी राजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक का उद्देश्य भाजपा को हराना था, लेकिन राजनीतिक संतुलन राज्यों में अलग-अलग होता है. इंडिया ब्लॉक के विभाजन पर सभी धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए. इसके लिए धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक दलों को भारत के लिए एक साथ आना चाहिए.
यह आत्म आलोचना का समयः डी राजा
डी राजा ने कहा कि यह आत्म-आलोचना का समय है और हर पार्टी को आत्मचिंतन करना चाहिए. इंडिया ब्लॉक का विचार भाजपा को हराने के लिए बनाया गया था. लोकसभा चुनाव और एग्जिट पोल तक बैठकें होती रहीं. लेकिन तब से कोई मीटिंग नहीं हुई है. बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक में शामिल कई दलों ने बगावती तेवर दिखाए हैं.
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दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा था INDIA ब्लॉक में कोई फूट नहीं पड़ी है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल अब भी एकजुट हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में फिर से एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. सांसद राजीव शुक्ला ने स्पष्ट किया था कि INDIA ब्लॉक का गठन मुख्य रूप से लोकसभा चुनावों के लिए किया गया था, न कि राज्य स्तर पर सीटों के बंटवारे के लिए. उन्होंने कहा कि जब INDIA ब्लॉक बना था, तब ये तय हुआ था कि हम लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे, लेकिन राज्यों में पार्टियां अपने फैसले खुद लेंगी. जब आम चुनाव नजदीक आएंगे, तब फिर से गठबंधन की रणनीति बनेगी.