संसद सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तल्ख बयानी तीर चलना आम बात है लेकिन बुधवार को राज्यसभा में अलग ही नजारा देखने को मिला. राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे मोदी सरकार के एक मंत्री की तारीफ करते नजर आए. विपक्ष के नेता सवाल पूछने से पहले संबंधित मंत्री के काम की तारीफ करते हुए कहा कि मंत्री जी बुलाकर भी काम कर देते हैं और कोई नई स्कीम आए तो पूछते भी रहते हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तारीफ कर रहे थे. उन्होंने गुलबर्गा से बेंगलुरु और सोलापुर से बेंगलुरु जो फोर लेन रोड है, उससे भी हमें कोई कनेक्टिविटी नहीं मिली. मल्लिकार्जुन खड़गे ने ये भी कहा कि मुझे ऐसा सुनने को मिला है कि हाइवे के नंबर तय करने के लिए प्रधानमंत्री के पास जाना पड़ रहा है. गलत है तो बोलिए. ये कह रहे हैं कि फंड की कमी नहीं है लेकिन फंड्स इनके पास नहीं हैं. जो काम चल रहे हैं, उनको भी नहीं दे रहे हैं. फंड्स आप कहीं से भी निकालो, हमारे जितने भी काम हैं, उनको पूरा कराइए.
इसके जवाब में नितिन गडकरी ने कहा कि नंबर देने की कोई फाइल प्रधानमंत्री के पास नहीं जाती. प्रधानमंत्री ने मुझे नियुक्त किया है और मेरे विभाग के जो अधिकार हैं, उनके दायरे में काम कर रहा हूं और इसमें कोई अड़चन नहीं है. उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक राज्य बनने के बाद से जितना काम हुआ है, उससे कई गुना ज्यादा काम 2014 में हमारी सरकार आने के बाद हुआ है. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे कहा कि एक बार आप मुझे बुला लीजिए और रोड का नाम बताइए. इससे पहले आप मुझे एजेंडा भिजवा दीजिएगा.
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उन्होंने राज्यसभा में विपक्ष के नेता से कहा कि आपका जितना काम है, वो करके दूंगा. नितिन गडकरी ने सूरत से सोलापुर और अहमदनगर, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई होते कन्याकुमारी तक प्रस्तावित नए मार्ग से340 किलोमीटर दूरी कम होने की जानकारी दी और कहा कि आपका (मल्लिकार्जुन खड़गे का) जो क्षेत्र है, वो भी उसे कनेक्ट हो रहा है और उसका काम शुरू है. उन्होंने ये भी कहा कि कर्नाटक में अधिकतम मामले जमीन अधिग्रहण और पर्यावरण क्लीयरेंस के फंसे हुए हैं. सिराडीगाड का 10 साल से फंसा हुआ है.
चेयरमैन ने भी पूछ ली सप्लीमेंट्री
नितिन गडकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मुझसे दो बार मिलकर गए और उनसे भी चर्चा करिए. मुझे पता नहीं आपकी उनसे चर्चा होती है या नहीं होती, पर उनसे भी करिए. वे भी ये कहते हैं कि हमें आजतक जितना नहीं मिला, उतना मिला है. उन्होंने खड़गे को आश्वस्त किया कि जो-जो एनएच पर आप काम बताओगे, वो हर काम करके दूंगा. इसके बाद आसन से सभापति जगदीप धनखड़ ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि मंत्री जी, अब चेयरमैन की सप्लीमेंट्री.
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सभापति धनखड़ ने कहा कि ये मेरा परम सौभाग्य है कि किठाना ग्राम में मेरा जन्म हुआ. मेरी शिक्षा-दीक्षा भी वहीं हुई. बड़ी ख्वाहिश है और बात भी जायज है. गडकरी जी की नजर वहां पड़नी चाहिए और वह राष्ट्रीय राजमार्ग पर आना चाहिए. इसका सीधा नतीजा ये होगा कि जो लोग रिंगल से दिल्ली आते हैं, कम से कम 30 किलोमीटर कम होगा. इसकी जानकारी आपके दफ्तर को देंगे. आपकी इनायत भी हो तो सब ठीक हो जाएगा. इसके जवाब में नितिन गडकरी ने कहा कि वहां की स्थिति मुझे मालूम नहीं है. आप मुझे इसकी डिटेल दे दीजिए. आप जो रोड कह रहे हैं, उसे हम नेशनल हाईवे बनाकर रास्ता निकालेंगे.