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बजरंगबली बने थाईलैंड में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के ऑफिशियल मैस्कॉट

एशियाई एथलेटिक्स एसोसिएशन की वेबलाइट पर हनुमानजी को मैस्कॉट बनाने के पीछे की वजह भी बताई गई है. दरअसल, बजरंगबली राव की सेवा में गति, शक्ति, साहस और बुद्धि सहित कई आसाधारण क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं. सबसे बड़ी क्षमता उनकी अविश्वसनीय दृण निष्ठा है.

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बजरंग बली को थाइलैंड में हो रही एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप का शुभंकर बनाया गया है. (फोटो-ट्विटर)
बजरंग बली को थाइलैंड में हो रही एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप का शुभंकर बनाया गया है. (फोटो-ट्विटर)

थाईलैंड में हो रही 25 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 के लिए बजरंगबली को ऑफिशियल मैस्कॉट (शुभंकर) बनाया गया है. इसका आयोजन कॉन्टिनेंटल गवर्निंग बॉडी की 50वीं वर्षगांठ पर किया जा रहा है.

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एशियाई एथलेटिक्स एसोसिएशन की वेबलाइट पर हनुमानजी को मैस्कॉट बनाने के पीछे की वजह भी बताई गई है. दरअसल, बजरंगबली राव की सेवा में गति, शक्ति, साहस और बुद्धि सहित कई आसाधारण क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं. सबसे बड़ी क्षमता उनकी अविश्वसनीय दृण निष्ठा है.

भारत को इन दो एथलीट्स से उम्मीद

बता दें कि एथलेटिक्स चैंपियनशिप का लोगो खेलों में भाग लेने वाले एथलीट्स, कौशल, टीम वर्क, एथलेटिकिज्म, समर्पण और खेल कौशल के प्रदर्शन को दर्शाता है. इस चैंपियनशिप में भारत को शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह तूर और लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर के नेतृत्व में चैंपियनशिप में प्रभावशाली प्रदर्शन की इच्छा है. बता दें कि इस चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम शनिवार रात ही दिल्लीऔर बेंगलुरु से रवाना हो गई थी.

माता सीता को सबसे प्रिय हैं हनुमान

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बता दें कि हनुमानजी प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं. उन्हें भगवान शिवजी का ग्यारहवां रूद्र अवतार माना जाता है. वह शिव के सभी अवतारों में सबसे बुद्धिमान और बलवान हैं. रामायण के मुताबिक वे माता सीता को सबसे ज्यादा प्रिय हैं. जिन सात ऋषियों को इस पृथ्वी पर अमर होने का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी शामिल हैं.

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