यूपी में कुख्यात माफिया और मुख्तार अंसारी के करीबी संजीव माहेश्वरी जीवा हत्याकांड में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब जांच में पता चला है कि इस पूरे हत्याकांड को एक आतंकी मॉड्यूल की तरह अंजाम दिया है. आरोपी शूटर को अनजान चेहरे के जरिए मदद पहुंचाई गई थी. मुंबई में डील तय हुई और वहीं पर एडवांस में रकम भी दी गई थी. बाद में बहराइच में अनजान शख्स ने रिवॉल्वर दी थी. लखनऊ में भी एक अनजान मददगार के बारे में पता चला है.
बता दें कि 7 जून को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इस वारदात को हमलावर विजय यादव ने कोर्ट परिसर में अंजाम दिया. इसके लिए वह बाकायदा वकील की ड्रेस पहनकर पहुंचा था. अब सामने आया है कि शूटर विजय यादव को अनजान चेहरों के जरिए आतंकी मॉड्यूल की तरह मदद पहुंचाई गई थी. संजीव जीवा को मारने की डील मुंबई में हुई थी. वहां पर डील की बड़ी रकम विजय यादव को एडवांस में दी गई थी.
'हत्या से एक दिन पहले लखनऊ पहुंचा था शूटर'
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शूटर विजय यादव को लखनऊ में अनजान शख्स ने रोकने की व्यवस्था की थी. आरोपी विजय जीवा की हत्या से एक दिन पहले यानी मंगलवार को ही लखनऊ पहुंचा था. वो बहराइच से बस में बैठकर लखनऊ आया था. यहां कैसरबाग बस अड्डे उतरा था.
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'...तो पहले भी लखनऊ आ चुका है शूटर?'
वारदात से एक दिन पहले ही विजय यादव को बहराइच में मैग्नम अल्फा रिवाल्वर दी गई थी. उसे लेकर ही वो लखनऊ पहुंचा था. अब पुलिस को शक है कि अगर वारदात से एक दिन पहले ही विजय यादव लखनऊ पहुंचा था तो वो रेकी के लिए पहले भी लखनऊ आ चुका है.
'पुलिस के लिए अनजान चेहरे बने पहेली'
फिलहाल, विजय यादव के मददगारों में अनजान चेहरे पुलिस के लिए पहेली बन गए हैं. जांच में पता चला कि बहराइच में जिसने रिवाल्वर दी, उस व्यक्ति से विजय अनजान था. कैसरबाग में भी जिस शख्स से मिला और रुकने की व्यवस्था करवाई, वो भी विजय के लिए अनजान शख्स ही था.
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'आतंकी मॉड्यूल की तरह मिली मदद'
संजीव जीवा की हत्या की साजिश में आतंकी मॉड्यूल की तरह मददगार तो मिले, लेकिन कोई किसी को जानता नहीं था. पर्दे के पीछे अनजान चेहरों को एक-दूसरे से मिलवा कर पूरे प्लान को अंजाम दिया गया है. पुलिस शनिवार को शूटर विजय यादव की कस्टडी रिमांड के लिए लखनऊ कोर्ट में अर्जी दायर करेगी. पुलिस ने पूछताछ के लिए सवालों की लिस्ट तैयार की है. कस्टडी रिमांड में विजय यादव से पूछा जाएगा कि कैसे अनजान लोग संपर्क करते थे.
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हरिद्वार में गैंगस्टर सुनील राठी से पूछताछ
वहीं, इस हत्याकांड में गैंगस्टर सुनील राठी से तार जुड़ने की बात सामने आई है. उससे हरिद्वार जेल में पूछताछ की गई है. सूत्रों के मुताबिक, उसके गैंग ने ही विजय को रिवॉल्वर मुहैया कराया था. इससे पहले मुख्तार अंसारी के करीबी मुन्ना बजरंगी और जीवा के गुरु की हत्या करवाने में राठी का हाथ सामने आया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को यूपी पुलिस की एक टीम ने पूछताछ करने के बाद सामने आए तथ्यों पर अपनी जांच तेज कर दी है.