छत्तीसगढ़ में मंगलवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत वोट डाले जाने हैं. लेकिन चुनाव से पहले ही महादेव ऐप' के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है. यह ऐप ईडी की रडार पर है. ऐसे में कहा जा रहा है कि ईडी के हाथ एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस लगा है, जिससे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दिक्कतें बढ़ सकती हैं.
इस मामले में गिरफ्तार एजेंट असीम दास के आईफोन 12 से ईडी को 29 सेकंड का रिकॉर्डिड ऑडियो मैसेज मिला है. ये मैसेज दुबई में बैठे शुभम सोनी ने असीम को भेजा था. कहा जा रहा है कि यही इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस बघेल की मुश्किलें बढ़ा सकता है.
इस रिकॉर्डिड ऑडियो मैसेज में शुभम सोनी दरअसल असीम से कह रहा है कि भाई तू एक काम कर, तू अभी के अभी इंडिया से निकल जा. मुझे पैसे के लिए भयंकर कॉल और मैसेज आ रहे हैं. तो तू एक काम कर यहां से निकल. मैं तुझे रायपुर की ब्रांच से 8/10 करोड़ दिलवा रहा हू, तो तू वहां पर छुड़वा देना, बघेल जी के पास.
ऑडियो मैसेज में आगे कहा गया कि एक बार बात भी कर लेना कि काम-वाम न बंद हो अपना कोई भी और बाकी तो मैं करवा नेक्स्ट टाइम में...अभी इलेक्शन टाइम चल रहा है न, तो हो नही पा रहा है.
इस पर भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि ईडी ही बीजेपी है और बीजेपी ही ईडी है.
कब सुर्खियों में आया महादेव बेटिंग ऐप?
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामला तब से सुर्खियों में आया, जब ईडी ने दावा किया कि उसने एक 'कैश कूरियर' के ईमेल स्टेटमेंट को रिकॉर्ड किया है, जिसमें खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूएई में स्थित ऐप प्रमोटरों से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे. वहीं, महादेव बुक के मालिक अब हिरासत में हैं, उसे मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार किया गया है.
कैश कूरियर ने चौंकाने वाले राज उगले थे
केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दावा किया था कि फॉरेंसिक जांच और कैश कूरियर द्वारा दिए गए बयान से चौंकाने वाली बात सामने आई है. आरोप है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप प्रमोटरों ने CM भूपेश बघेल को करीब 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. हालांकि अभी ये जांच का विषय है. वहीं सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इससे बड़ा क्या मजाक हो सकता है. किसी को पकड़ा कर अगर मैं पीएम का नाम बुलवा दूं तो क्या आप पीएम से पूछताछ करेंगे. किसी का नाम उछालना बहुत आसान है.
ED ने दुबई से आए एजेंट को किया था अरेस्ट
ED ने एजेंट असीम दास को 5.39 करोड़ रुपये कैश बरामद करने के बाद रायपुर में गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी के मुताबिक एजेंट असीम दास को ऐप प्रमोटरों ने UAE से भेजा था. आरोप है कि उसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को चुनाव खर्चों के लिए बड़ी मात्रा में नकदी पहुंचाने का काम दिया गया था. जांच एजेंसी ने एक बयान में आरोप लगाया कि असीम दास ने स्वीकार किया है कि जब्त किया गया कैश महादेव ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता 'बघेल' तक पहुंचाने की व्यवस्था की थी.