इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) अगले साल महाकुंभ मेले के अवसर पर प्रयागराज में एक टेंट सिटी विकसित करने के लिए पूरी तरह तैयार है. आईआरसीटीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजय कुमार जैन ने कहा कि 'महाकुंभ ग्राम' श्रद्धालु और पर्यटन के लिहाज से एक परिवर्तनकारी जोड़ होगा, जो भारत की आध्यात्मिक विविधता का जश्न मनाते हुए, भव्य आवास और सांस्कृतिक अनुभव को जोड़ता है. उन्होंने बयान में कहा, "हमारा उद्देश्य सभी आगंतुकों के लिए एक सुलभ, आरामदायक और समृद्ध अनुभव प्रदान करना है."
6.5 लाख से अधिक लोगों के लिए कुंभ में प्रबंधन
रेल मंत्रालय ने बताया कि उसके पास बड़े पैमाने पर तीर्थयात्रा पर्यटन और व्यापक आतिथ्य सेवाओं के क्षेत्र में विशेषज्ञता है. अब तक आस्था और भारत गौरव ट्रेनों पर 6.5 लाख से अधिक ग्राहकों का सफलतापूर्वक प्रबंधन किया है. कंपनी ने कहा-आईआरसीटीसी कुंभ ग्राम को एक अप्रतिम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गंतव्य बनाने के लिए अनूठी स्थिति में है."
ट्रोल फ्री नंबर पर ले सकते हैं सहायता
कंपनी ने यह भी कहा कि "महाकुंभ ग्राम टेंट सिटी की बुकिंग सीधे आईआरसीटीसी पर्यटकों के माध्यम से की जाएगी. जिसमें रेल टूर पैकेज, भारत गौरव ट्रेनों आदि के माध्यम से भी बुकिंग की जा सकती है. आईआरसीटीसी के निदेशक (पर्यटन और विपणन) राहुल हिमालियन ने कहा, "महाकुंभ ग्राम टेंट सिटी प्रयागराज में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित डीलक्स और प्रीमियम कैंप उपलब्ध कराएगी, जिससे महाकुंभ 2025 की आध्यात्मिक भावना के बीच एक प्रीमियम अनुभव सुनिश्चित होगा. बयान में कहा गया कि टैरिफ प्रति व्यक्ति प्रति रात 6,000 रुपये से शुरू होता है, जिसमें नाश्ता शामिल है. अधिक जानकारी के लिए या बुकिंग करने के लिए irctctourism.com पर जा सकते हैं या 1800110139 पर ग्राहक सहायता से संपर्क कर सकते हैं.
इस दिन से शुरू हो रहा कुंभ
उत्तर प्रदेश प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा के किनारे बसा शहर सांस्कृतिक जश्न का केंद्र बनने जा रहा है. जिले में 2025 में होने जा रहे महाकुंभी की तैयारियां जोर-शोर चल रही हैं. यह जश्न पूरे 45 दिन का होगा, जो 14 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा. यह साल 2012 में हुए महाकुंभ से करीब तीन गुना बड़ा होने वाला है. सूबे की सरकार ने 15 से ज्यादा विभागों को तैयारी के प्रोजेक्ट्स की जिम्मेदारी सौंपी है. तैयारी में 500 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पूरा करने का टारगेट रखा गया है.
जमेगा 45 करोड़ का मजमा
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के मुताबिक, नदी किनारे 4,000 हेक्टेयर में हो रहे महाकुंभ में करीब 40-45 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. इस आयोजन का अनुमानित बजट करीब 6,382 करोड़ रुपये है, जिसमें से 5,600 करोड़ रुपये से ज्यादा पहले ही आयोजन और संबंधित परियोजनाओं के लिए अलग रखे जा चुके हैं. समाजवादी पार्टी सरकार के शासनकाल में 2012 में हुए कार्यक्रम बजट 1,152 करोड़ रुपये था, जिसमें करीब 12 करोड़ लोग शामिल हुए थे.