scorecardresearch
 

किसान आंदोलन: बड़ौत में पंचायत के बाद दिल्ली कूच का ऐलान, यूपी और हरियाणा में होगी महापंचायत

दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड हिंसा के बाद किसान आंदोलन को धार देने के लिए पंचायतों का दौर शुरू हो गया है. पिछले दिनों जहां उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत हुई, तो वहीं आंदोलन की नई रणनीति तय करने के लिये अब किसान नेताओं ने यूपी और हरियाणा में किसान महापंचायत करने का ऐलान किया है. 

Advertisement
X
मुजफ्फरनगर महापंचायत
मुजफ्फरनगर महापंचायत
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जींद और बिजनौर में होंगी महापंचायत 
  • आंदोलन को नई धार देने की है तैयारी
  • महापंचायत में शामिल होंगे नरेश टिकैत 

किसानों की महापंचायत अब हरियाणा के जींद और उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में होने जा रही है. दोनों ही पंचायतों के लिये किसान नेताओं ने तैयारी शुरू कर दी है. इन पंचायत में बड़ी संख्या में किसानों को जमा करने की योजना है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ने बताया कि इन पंचायतों में किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की जायेगी. साथ ही किसान आंदोलन को नई धार दी जायेगी. 

Advertisement

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि रविवार को बड़ौत में बड़ी किसान पंचायत होगी. इस पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत मौजूद रहेंगे. उधर नरेश टिकैत ने बड़ौत की पंचायत के बाद दिल्ली कूच का ऐलान किया है. धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि सोमवार को आंदोलन को धार देने के लिए दो बड़ी पंचायतें होंगी. एक बड़ी किसान महापंचायत हरियाणा के जींद में होगी और दूसरी यूपी के बिजनौर में होगी. बिजनौर में होने वाली महापंचायत में भी नरेश टिकैत मौजूद रहेंगे. इन पंचायतों में लाखों लोगों के जुटने की संभावना है.

देखें- आजतक LIVE TV 

वहीं यूपी गेट गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत की ओर से 28 जनवरी की शाम गांव वालों से पानी मांगे जाने का बड़ा असर दिखाई दे रहा है. उसी दिन से लगातार महिलाएं, पुरूष, बुजुर्ग और यहां तक कि बच्चे भी अपने गांव से पानी लेकर बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. दावा है कि पानी लाने वालों में यूपी के अलावा हरियाणा के भी तमाम लोग शामिल हैं. शनिवार को शामली से दो दर्जन महिलाएं सिर पर पानी भरा कलश लिए राकेश टिकैत के पास पहुंचीं. महिलाओं ने कहा कि किसानों के लिए संघर्ष कर रहे 'टिकैत साहब' के लिए हम रोजाना भी पानी लेकर आ सकते हैं.

ये भी पढ़ें

Live TV

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement