मुंबई में बीएमसी चुनाव से पहले बीजेपी और उद्धव गुट के बीच जमकर सियासी हमले किए जा रहे हैं. अब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट और बीजेपी पर निशाना साधा है. उद्धव ने कहा कि अभी तक चुनाव की कोई घोषणा नहीं हुई है. मैं धोखेबाजों (शिंदे गुट) को चुनाव कराने की चुनौती देना चाहता हूं. अगर उनमें (शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी में) दम है तो उन्हें चुनाव की घोषणा करानी चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि मोहन भागवत (आरएसएस प्रमुख) मस्जिद गए, क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? जब बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? वे जो कुछ भी करते हैं वह सही है और जब हम कुछ करते हैं तो हम हिंदुत्व छोड़ देते हैं, यह सही नहीं है.
'इनको न्याय व्यवस्था भी अपने अधीन चाहिए'
वहीं, केंद्र सरकार-न्यायपालिका के आमने-सामने होने पर उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया और केंद्र पर न्यायपालिका को धमकाने का आरोप लगाया. उद्धव ने कहा कि हमारा देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है. ये दिखाई दे रहा है. जो न्याय व्यवस्था बची हुई है. उस न्याय व्यवस्था को धमकियां दी जा रही हैं. ये किस लोकतंत्र की पहचान है. मतलब इनको न्याय व्यवस्था भी अपने अधीन लेना है. अन्य संस्था अधीन चाहिए. अगर ऐसे ही सबकुछ रहेगा तो देश में लोकतंत्र कहां बचा? किरेन रिजूजी को जो अचानक अहसास हुआ कि संविधान सर्वोच्च है. क्या ये संविधान के तहत आता है. संविधान ने सभी को उनके अधिकार दिए हैं.
बीएमसी चुनाव को लेकर उद्धव गुट ने किया गठबंधन
आगामी बीएमसी चुनावों के लिए शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने गठबंधन की घोषणा की है. शिवसेना के विभाजन के बाद BMC का पहला चुनाव होगा. गठबंधन के बाद प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि उनके लिए राष्ट्र पहले है. उन्होंने हम राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और जमीनी स्तर पर लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए एक साथ आए हैं. हम उनसे BMC चुनाव की घोषणा करने की अपील की है, ताकि हम दिखा सकें कि एमवीए में सीटों का बंटवारा कैसे होगा.