scorecardresearch
 

मुख्य आरोपी का घर फूंका, 4 गिरफ्तारियां और सजा-ए-मौत दिलाने का भरोसा... मणिपुर में पिछले 24 घंटे में क्या-क्या हुआ?

मणिपुर हिंसा के दिल-दहला देने वाले वीडियो से देश स्तब्ध है. दो महिलाओं से सरेआम हुई दरिंदगी के अब तक 4 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. एक समुदाय विशेष के हुजूम पर महिला की निर्वस्त्र परेड कराने और गैंगरेप करने का आरोप है. इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से की बात है. उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई के लिए कहा है.

Advertisement
X
चुराचांदपुर जिले में गुरुवार को महिलाओं के साथ हैवानियत के विरोध में रैली निकाली गई. (फोटो- पीटीआई)
चुराचांदपुर जिले में गुरुवार को महिलाओं के साथ हैवानियत के विरोध में रैली निकाली गई. (फोटो- पीटीआई)

मणिपुर में हिंसा के बीच हैवानियत की घटना से पूरा देश शर्मशार है. दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने से देशभर को गुस्से में देखा जा रहा है. इन महिलाओं के साथ गैंगरेप भी किया गया है. संसद में मानसूत्र सत्र के पहले दिन की कार्यवाही भी हंगामे की भेंट चढ़ गई है. सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताया है और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इस मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. इस बीच, शुक्रवार को नाराज भीड़ ने हैवानियत के मुख्य आरोपी का घर जला दिया है. घटना चेकमाई इलाके की है.

Advertisement

बता दें कि मणिपुर के कांगपोकपी जिले के एक गांव में कुकी-जोमी समुदाय की दो महिलाओं से दरिंदगी का एक वीडियो बुधवार को वायरल हुआ था. ये घटना 4 मई की बताई गई है. इस मामले में पीड़ित परिवार की तरफ से 18 मई को शिकायत की गई थी और पुलिस ने 21 मई को एफआईआर दर्ज कर ली थी. लेकिन, आरोपियों की गिरफ्तारी ढाई महीने बाद भी नहीं की गई थी. दो दिन पहले मामला सामने आया और देशभर में नाराजगी बढ़ी तो मणिपुर पुलिस एक्शन में आई और 24 घंटे के अंदर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

'स्थानीय पुलिस ने एक्शन नहीं लिया'

मणिपुर पुलिस ने दावा किया है कि उसने घटना के मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी हेरोदास सिंह को भी अरेस्ट कर लिया है. थोउबाल जिले से पहली गिरफ्तारी हुई थी. मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने वायरल वीडियो पर बयान दिया है. उन्होंने कहा- मैंने डीजीपी को अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करने और कड़ी सजा दिलाए जाने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया है. डीजीपी से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी कहा है. जिस थाने में इस घटना की शिकायत दर्ज कराई गई, वहां के पुलिस अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की.

Advertisement

नॉर्थ-ईस्ट की कहानीः बगावत, मुख़ालफ़त, प्यार और तकरार...दिल के इतने करीब फिर भी क्यों हैं दूरियां!

मणिपुर में महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटना के मुख्य साजिशकर्ता आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
मणिपुर में महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटना के मुख्य साजिशकर्ता आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

मणिपुर: गुस्साई भीड़ ने महिलाओं के साथ दरिंदगी के मुख्य आरोपी का फूंका घर

'इंटरनेट बैन हटने के बाद वीडियो वायरल'

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मणिपुर के चीफ सेक्रेटरी और DGP को नोटिस भेजा है और 4 सप्ताह में जवाब मांगा है. सरकार ने ट्विटर समेत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हैवानियत के वीडियो तत्काल प्रभाव से हटाने के लिए कहा है. सरकार का कहना है कि मामले में जांच चल रही है. राज्य में इंटरनेट पर बैन हटने के बाद वीडियो वायरल हुआ है. पुलिस ने बुधवार रात को थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, गैंगरेप और हत्या की FIR दर्ज की है.

मौत की सजा दिलवाएंगे: मणिपुर सीएम

मणिपुर में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि ये मानवता के खिलाफ अपराध है. आरोपियों को सजा-ए-मौत दिलाने की कोशिश होगी. हमने ऑपरेशन शुरू कर दिया है. इसमें शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा- प्रधानमंत्री को 70 दिन बाद मणिपुर याद आया है. वहां एक्शन लेने की जरूरत है. 

Advertisement

मणिपुर: महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने पर मानवाधिकार आयोग ने CM को भेजा नोटिस

'ये अथाह दर्द और पीड़ा का मुद्दा'

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी मणिपुर में हुई दरिंदगी का मुद्दा उठाया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोला और ट्वीट कर लिखा- ये देश के शर्मसार होने का मामला नहीं है, बल्कि मणिपुर की महिलाओं के अथाह दर्द और पीड़ा का मुद्दा है. वहीं, दिल्ली के जंतर-मंतर पर मणिपुर हिंसा को लेकर महिला और यूथ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है और प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की है.

मणिपुर

'4 मई को क्या हुआ मणिपुर में'

बताते चलें कि मणिपुर में पहली बार 3 मई को हिंसा हुई थी. तब से लगातार आगजनी-तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आती रहीं. हालांकि, पिछले कुछ दिन से मणिपुर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा था. इंटरनेट समेत अन्य सेवाएं भी बहाल की जा रही थीं. इस बीच, बुधवार को सोशल वीडियो प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हुआ और राज्य एक बार फिर तनाव की चपेट में आ गया. वीडियो में भीड़ ने कथित तौर पर एक महिला के साथ गैंगरेप किया और जब उसके भाई-पिता ने विरोध किया तो उनकी हत्या कर दी गई. एक अन्य महिला के साथ भी गैंगरेप हुआ है. इस घटना से आक्रोश फैल गया. राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने वारदात की निंदा की. विपक्षी दलों ने संसद में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को घेरा.

Advertisement

मणिपुर पर संसद से सड़क तक कोहराम, 4 आरोपी गिरफ्तार, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

पिछले 24 घंटे में और क्या-क्या हुआ...

- वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद यानी गुरुवार को कुकी समुदाय ने चुराचांदपुर में विरोध मार्च निकाला. प्रदर्शन करने वाले लोग काले कपड़े पहने हुए थे. उन्होंने उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने दो महिलाओं की परेड कराई और उनके साथ गैंगरेप किया.
- मणिपुर पुलिस ने बताया कि थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में एफआईआर की गई है. सबसे पहले मुख्य आरोपी पकड़ा गया. कुछ घंटे बाद तीन और गिरफ्तारियां की गईं. कुल चार लोग अरेस्ट हुए हैं.
-  सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने वीडियो का संज्ञान लिया और केंद्र और मणिपुर सरकार से तत्काल कार्रवाई करने को कहा. सीजेआई ने कहा, मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि सरकार वास्तव में कदम उठाए और कार्रवाई करे. यह बिल्कुल अस्वीकार्य है. हम सरकार को कार्रवाई करने के लिए थोड़ा समय देंगे. अगर जमीन पर एक्शन नहीं लिया गया तो हम कदम उठाएंगे.
- कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर की एन बीरेन सिंह की सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग की है. उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के लिए कहा है.

Advertisement

मणिपुर


- वायरल वीडियो के संबंध में पुलिस ने बड़ा दावा किया है. पुलिस का कहना है कि वीडियो में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को परेड कराते हुए दिखाया जा रहा है. ये पूरी घटना की वजह एक फर्जी खबर थी. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक खबर फैलाई गई कि मैतेई समुदाय की एक बेटी के साथ रेप के बाद हत्या की गई है. इस घटना से नाराज मैतेई समुदाय की भीड़ ने कुकी समुदाय बाहुल्य गांव पर हमला बोल दिया और दोनों महिलाओं के साथ दरिंदगी की.

मणिपुर में 4 मई को फैली थी ये अफवाह, फिर गांव में घुसी भीड़ ने महिलाओं से की दरिंदगी

-  बी.फेनोम गांव के प्रमुख 65 वर्षीय थांगबोई वैफेई की तरफ से सैकुल पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. इसमें दावा किया गया है कि उसी घटना के दौरान भीड़ द्वारा तीसरी महिला के साथ भी गैंगरेप किया गया था. 
- मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 नाके/चेकपॉइंट बनाए गए हैं. पुलिस ने राज्य के विभिन्न जिलों में नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की और 657 लोगों को हिरासत में लिया है. इम्फाल पूर्वी जिले में 5 गोला-बारूद के साथ 2 हथियार बरामद किए हैं.

मणिपुर में ढाई महीने से हिंसा

Advertisement

बता दें कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. हिंसा की शुरुआत तक हुई, जब कुकी समुदाय ने पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' निकाला और मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल किए जाने की मांग का विरोध किया. मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है. वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि कुकी और नागा आदिवासी की संख्या 40 प्रतिशत हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं.

 

Advertisement
Advertisement