नीट और जेईई की परीक्षा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि इसे स्थगित करने पर विचार करें. इससे पहले अन्य पार्टियों के कई नेता भी इसी तरह की आवाज उठा चुके हैं. नेताओं का कहना है कि देश में कोरोना के हालात अभी बेहद चिंताजनक हैं, इसलिए परीक्षा के नाम पर छात्रों की जिंदगी खतरे में नहीं डाली जानी चाहिए.
परीक्षा को लेकर ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को एक ट्वीट किया और लिखा, 'पिछली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मैंने यूजीसी गाइडलाइंस के खिलाफ अपनी बात उठाई थी. गाइडलाइंस में सितंबर तक यूनिवर्सिटी/कॉलेज की परीक्षाएं पूरी करने का निर्देश हैं. इसका बड़ा खतरा छात्रों की जिंदगी पर पड़ सकता है.
In our last video conference with the Hon’ble PM Shri @narendramodi Ji, I had been vocal against the UGC guidelines mandating completion of terminal examinations in Universities/Colleges by the end of September 2020, which had a huge potential to put student lives at risk. (1/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 24, 2020
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक और ट्वीट में लिखा कि शिक्षा मंत्री के निर्देश पर सितंबर में नीट और जेईई की परीक्षा कराए जाने की बात है. मैं दोबारा केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि परीक्षा स्थगित करने पर विचार करें जब तक कि स्थिति सामान्य न हो जाए. यह हमारा फर्ज है कि हम छात्रों को एक सुरक्षित वातावरण मुहैया कराएं. तृणमूल कांग्रेस इससे पहले परीक्षा रोके जाने की मांग उठा चुकी है. पार्टी का कहना है कि महामारी के दौरान छात्रों को सफर करना उन्हें खतरे में डाल सकता है.
Now with the directive of @EduMinOfIndia to conduct NEET, JEE 2020 in Sep, I would again appeal to the Centre to assess the risk and postpone these examinations until the situation is conducive again. It is our duty to ensure a safe environment for all our students. (2/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 24, 2020
इससे पहले रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी. उनका कहना था कि छात्र अगर महामारी के समय में परीक्षा देना नहीं चाहते तो केद्र को उनकी बात सुननी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार छात्रों के मन की बात सुने.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाए जाने की मांग की है. इसके साथ ही विपक्ष के कई नेता इस मांग में शामिल हैं. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी ऐसी मांग उठा चुके हैं. पूरे देश के छात्र सोशल मीडिया पर परीक्षा स्थगित करने का अभियान चला रहे हैं जिसे कई नेताओं का समर्थन प्राप्त है.