पश्चिम बंगाल में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा का तनाव अभी तक राज्य में महसूस किया जा रहा है. हावड़ा और हुगली में स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है, समुदायों के बीच में तनाव देखने को मिल रहा है. इस हिंसा के लिए बीजेपी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी को जिम्मेदार बता रही है तो दूसरी तरफ राज्य सरकार की तरफ से बीजेपी पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उनकी तरफ से राज्य में तैनात की गई सेंट्रल फोर्स पर भी गंभीर आरोप लगा दिया गया है.
ममता का सेंट्रल फोर्स पर हमला
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि यहां सेंट्रल फोर्स आई, फाइव स्टार होटल में ठहरी, दंगा भड़काया, फिर भाजपा वालों के साथ मीटिंग की और फिर वापस लौट गई. मैं आपके(जनता) लिए सब करूंगी लेकिन आपसे अनुरोध है कि पंचायत चुनाव और 2024 के चुनाव में आप दंगा करने वाली पार्टी भाजपा का समर्थन न करें.
इससे पहले भी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि मेरे आंख और कान खुले हैं. मुझे सब दिख रहा. मैंने पहले ही चेतावनी दी थी कि मुस्लिम बहुल इलाकों से शोभायात्रा को लेकर ना जाएं, उनको सावधानी बरतनी चाहिए थी. मैंने कहा था कि राम नवमी पर रैली निकाली गई तो हिंसा हो सकती है. झड़प में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अभी के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार हुगली में प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहते हैं. वे बीजेपी के तीन सदस्यों की कमेटी वहां भेजना चाहते हैं. लेकिन इस समय तो सुकांत मजूमदार को ही पुलिस ने आगे जाने नहीं दिया है. वे पिछले तीन घंटे से पुलिस की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं.
वैसे अब आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती का त्योहार भी मनाया जाना है. उस त्योहार को लेकर भी बड़े स्तर पर तैयारी हो रही है. ममता बनर्जी ने दो टूक कहा है कि वे किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगी. अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम ने कहा कि मैं चाहती हूं कि 6 तारीख को सभी अलर्ट पर रहे. हम बजरंगबली का बहुत सम्मान करते हैं, उनके प्रति आस्था रखते हैं. लेकिन इन लोगों के दंगे करने की तैयारी हो सकती है, हमे ये भूलना नहीं चाहिए. ये लोग पूरे भारत में ऐसा कर रहे हैं.
ममता ने इस बात पर नाराजगी भी जाहिर की कि जब रमजान और अन्नपूर्णा पूजा चल रही है, तब पांच दिनों तक रामनवमी का जुलूस क्यों निकलेगा. जिस दिन रामनवमी है, उस दिन अगर जुलूस निकले, कोई दिक्कत नहीं. लेकिन रैली में बंदूक-बम लेकर नहीं आना है.