साल 2017 में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विवादित बयान देने वाले युवा भाजपा नेता योगेश वार्ष्णेय को गिरफ्तार करने के लिए बंगाल पुलिस अलीगढ़ पहुंच गई. इस बार बंगाल पुलिस वारंट के साथ बीजेपी नेता को गिरफ्तार करने पहुंची. जैसे ही बीजेपी कार्यकर्ताओं को इसकी भनक लगी, उन्होंने योगेश के घर के बाहर भीड़ लगा दी और उनकी कोलकाता पुलिस संग भी नोक-झोंक हुई.
ममता पर दिया था विवादित बयान, गिरफ्तारी की तैयारी
मौके पर अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम, शहर विधायक संजीव राजा, पूर्व महापौर शकुंतला भारती, महानगर अध्यक्ष विवेक सारस्वत, महामंत्री वैभव गौतम, महानगर अध्यक्ष युवा मोर्चा अमन गुप्ता, महानगर उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, मुकेश लोधी, विशाल देशभक्त मौजूद रहे. अभी तक पुलिस योगेश को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
क्या था विवादित बयान?
जानकारी के लिए बता दें कि साल 2017 में बंगाल के वीरभूमि इलाके में हनुमान चालीसा करने वाले भक्तों पर लाठीचार्ज हो गया था. उस कार्रवाई से नाराज होकर ही भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष योगेश वार्ष्णेय ने विवादित बयान दे डाला था. उन्होंने कहा था कि मैं उस शख्स को 11 लाख का इनाम दूंगा जो ममता बनर्जी का सिर कलम करेगा. उस बयान के तुरंत बाद ही कोलकाता पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन योगेश की गिरफ्तारी संभव नहीं थी.
अलीगढ़ में तनाव का माहौल
अब चार साल बाद कोलकाता पुलिस वारंट के साथ पहुंची है. इरादा साफ है- योगेश वार्ष्णेय को गिरफ्तार करना है. लेकिन बीजेपी इसका तगड़ा विरोध कर रही है. इलाके में तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है. बीजेपी और कोलकाता पुलिस आमने-सामने हैं. अभी तक योगेश वार्ष्णेय की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. लेकिन बीजेपी नेता का परिवार जरूर कोलकाता पुलिस पर निशाना साध रहा है. मीडिया से बात करते हुए योगेश के परिवार ने कहा है कि पुलिस बदसलूकी कर रही है, पार्षद संग भी मारपीट की गई है.
अब जिस विवाद पर आज इतना बवाल देखने को मिल रहा है, चार साल पहले इसे संसद में भी उठाया गया था. वहां भी टीएमसी कार्यकर्ताओं का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला था. लेकिन तब भी बेजेपी ने अपने नेता का बचाव किया था और आज भी वहीं भूमिका देखने को मिल रही है.