पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ में कई लोगों की मौत को लेकर एक बार फिर यूपी सरकार को निशाने पर लिया. पूर्वी मिदनापुर के दीघा में जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए व्यवस्थाओं का जायजा लेने के दौरान उन्होंने महाकुंभ में यूपी सरकार के प्रबंधन पर कटाक्ष किया. मुख्यमंत्री ने कहा, 'दीघा में सभी का स्वागत है, लेकिन मैं कोई हंगामा नहीं खड़ा करूंगी.'
ममता बनर्जी ने कहा, 'कहां कितने लोगों को बुलाया जा सकता है, इसकी क्षमता का पता होना चाहिए. मैंने कभी किसी धर्म को छोटा नहीं माना. मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं. क्या आपने दुर्गा पूजा के दौरान भीड़ देखी है? हम निगरानी रखते हैं. घटना हो सकती है, लेकिन अगर हम घटना से सीखकर आगे की योजना नहीं बनाते हैं, तो लोगों को नुकसान होता है.'
ममता ने '144 साल बाद महाकुंभ' वाले दावे पर उठाए सवाल
ममता बनर्जी ने प्रयागराज में हो रहा महाकुंभ 144 साल बाद आया है, इस दावे पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, 'गंगासागर मेले का आयोजन हर साल होता है. कुंभ हर 12 साल में एक बार होता है. जहां तक मेरी जानकारी है, पुरी के मंदिर में नीम की लकड़ी से बनी मूर्ति के कई नियम-कायदे हैं. जहां तक मुझे पता है, पुरी मंदिर में नीम की लकड़ी की मूर्ति हर 12 साल में एक बार बदल दी जाती है. हर जगह के अपने नियम होते हैं. तो, जो लोग कहते हैं कि ऐसा 144 साल बाद हो रहा है… जैसा मैंने सुना है, 2013 में भी ऐसा हुआ था. यदि मैं गलत हूं तो कृपया मुझे सुधारें.'
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे कहा, 'यह कहना सही नहीं है कि महाकुंभ 144 साल बाद हो रहा है. आप मीडिया को नियंत्रित कर रहे हैं, और कई लोग मारे गए हैं. भगदड़ में कई परिवारों की जान चली गई है. मैं उन लोगों पर टिप्पणी नहीं कर रही हूं जो डुबकी लगा रहे हैं. सबकी अपनी-अपनी मान्यता है. मैं भक्तों के बारे में कुछ नहीं कह रही हूं. धर्म व्यक्तिगत है. हर किसी को उसमें विश्वास करने की आजादी है, जिसमें उसकी आस्था है. यह कहना कि महाकुंभ 144 साल बाद होता है या 144 साल पहले हुआ था, सही नहीं है. हम उन लोगों से अनुरोध करते हैं जो जानकार हैं कि वे सही जानकारी प्रस्तुत करें.'
महाकुंभ ने हमारे सनातन धर्म की शक्ति को दिखाया: मिथुन
मूवी स्टार और बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती ने महाकुंभ पर सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'इस महाकुंभ का उद्देश्य पुण्य प्राप्त करना है, इसलिए अमीर से लेकर गरीब तक सभी ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त किया है. मुझे नहीं पता कि किसने क्या कहा, इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन इतना ही कहूंगा, इस महाकुंभ ने हमारे सनातन धर्म की शक्ति को दिखाया है. तो गर्व से कहो मैं सनातनी हिंदू हूं.'
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CM ममता की बयाबाजी राजनीति से प्रेरित: सुवेंदु अधिकारी
पश्विम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने महाकुंभ को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर पलटवार किया. उन्होंने अपने X हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, 'ममता बनर्जी जिनके पास धार्मिक इतिहास में मास्टर डिग्री है; यह दावा कर रही हैं कि 144 साल का महाकुंभ चक्र गलत और प्रचारित है. ऐतिहासिक अभिलेख, ज्योतिष एवं खगोलीय विज्ञान इसकी वैधता की पुष्टि करते हैं. उनके बार-बार दिए गए भ्रामक बयान राजनीति से प्रेरित और सनातन धर्म से जुड़े पवित्र आयोजनों को कमजोर करने का प्रयास प्रतीत होते हैं, जो उनकी राजनीति के तुष्टीकरण ब्रांड से भी प्रभावित है.'
सुवेंदु अधिकारी ने आगे लिखा, 'चूंकि वह महाकुंभ के 144 साल के चक्र को खारिज कर रही है, तो उन्हें पूर्ण कुंभ और अर्ध कुंभ मेलों के क्रमशः 12 साल और 6 साल के चक्र के बारे में भी संदेह होगा. यह चयनात्मक संदेह उनके हिंदू विरोधी राजनीतिक एजेंडे को उजागर करता है. वैसे भी, चूंकि वह कुंभ मेला के आयोजन शेड्यूल को समझने में किसी से मदद करने का अनुरोध कर रही हैं, तो मैंने उन्हें समझाने के लिए कुंभ मेलों के बारे में कुछ जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की है.' इसके साथ सुवेंदु अधिकारी ने कुंभ, अर्धकुंभ, पूर्ण कुंभ और महाकुंभ से संबंधित कुछ तथ्य अपने X हैंडल पर पर शेयर किए.