तृणमूल कांग्रेस अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अकेले ही मैदान में उतरेगी. इस बात का ऐलान TMC प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हम लोगों के समर्थन के साथ चुनाव लड़ेंगे.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को सागरदिघी उपचुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा, जहां कांग्रेस के बायरन बिस्वास ने 22,986 वोटों से जीत हासिल की. उपचुनाव के परिणाम आने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और माकपा ने तृणमूल कांग्रेस को अपने "अनैतिक" गठबंधन से हराने के लिए BJP के साथ समझौता किया है.
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में आम लोगों के समर्थन से अकेले उतरेगी. साथ ही कहा कि कांग्रेस को खुद को बीजेपी विरोधी कहने से बचना चाहिए.
एजेंसी के मुताबिक सागरदिघी सीट हारने के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि मैं किसी को दोष नहीं देती, लेकिन एक अनैतिक गठबंधन है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं. भाजपा ने अपने वोट कांग्रेस को ट्रांसफर किए. बीजेपी ने निश्चित रूप से सांप्रदायिक कार्ड खेला. जबकि कांग्रेस, CPI(M) इसमें बड़े खिलाड़ी निकले.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी के लिए उनके गृह जिले मुर्शिदाबाद में प्रतिष्ठा की लड़ाई मानी जा रही थी. उपचुनाव पिछले साल दिसंबर में राज्य मंत्री सुब्रत साहा की मृत्यु के बाद किया गया था.
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