तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक व्यक्ति को पागल कुत्ते ने काट लिया था. जिसके बाद रेबीज संक्रमण फैलने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन रेबीज संक्रमण ज्यादा फैलने की वजह से व्यक्ति डॉग जैसी हरकत करने लगा और उसने आइसोलेशन वार्ड में अपना गला काट लिया. जिससे उसकी मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक ओडिशा के 35 वर्षीय राम चनार को कुछ दिन पहले एक कुत्ते ने काट लिया था. कुत्ते के काटने के बाद चनार को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. क्योंकि उसमें रेबीज के गंभीर लक्षण थे. लेकिन संक्रमण के चलते वह डॉग जैसी हरकत करने लगा और अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उसने नोटिस बोर्ड पर लगे शीशे को तोड़ दिया व अपना गला काटने लगा.
इस पर अस्पताल के कर्मचारियों ने रेसकोर्स पुलिस को सूचित किया, लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक चनार खून की कमी के कारण बेहोश हो चुका था और उसकी मौत हो चुकी थी. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं, चनार के हिंसक व्यवहार और गला काटने का वीडियो वायरल हो रहा है.
आपको बता दें कि रेबीज के संपर्क में आने से दूसरा व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है. यही वजह है कि जब तक पुलिस नहीं पहुंची, तब तक अस्पताल के कर्मचारियों ने चनार को नहीं रोका. क्योंकि अगर रोकने के दौरान वह किसी भी अस्पताल के कर्मचारी को काटता तो वह भी संक्रमित हो जाता. रेबीज लिसावायरस संक्रमण बुखार से शुरू होता है. अगर समय पर इलाज नहीं मिलता है तो व्यक्ति हिंसक व्यवहार करने लगता है. साथ ही व्यक्ति में लार टपकना और हाइड्रोफोबिया जैसे लक्षण दिखने लगते हैं व 2 से 3 दिनों में व्यक्ति की मौत हो जाती है.