मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने रविवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. कारण, शनिवार को ही मणिपुर की स्थिति को लेकर गृहमंत्री शाह ने 18 पार्टियों के साथ सर्वदलीय बैठक की थी. बैठक में सपा और आरजेडी ने मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की थी. साथ ही मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की थी. अब सर्वदलीय बैठक के एक दिन बाद ही मणिपुर सीएण की गृहमंत्री शाह की मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं.
गृहमंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात को लेकर सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट किया है. उसमें लिखा है कि आज गृहमंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात कर मणिपुर में जमीनी स्तर पर बनी स्थिति के बारे में जानकारी दी. अमित शाह जी की कड़ी निगरानी में, राज्य और केंद्र सरकार पिछले सप्ताह में हिंसा को काफी हद तक नियंत्रित करने में सक्षम रही है. गौरतलब है कि 13 जून के बाद से हुई हिंसा में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
बीरेन सिंह ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि माननीय केंद्रीय गृहमंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार मणिपुर में शांति बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएगी. इसके अलावा अमित शाह जी ने यह सुनिश्चित करने के लिए मणिपुर में प्रत्येक हितधारकों से सहयोग भी मांगा है कि राज्य में शांति बनी रहे.
Called on Hon’ble Union Home Minister, Shri @AmitShah Ji in New Delhi today and briefed about the evolving situation on the ground in Manipur. Under Amit Shah Ji’s close supervision, the State and Central Govt have been able to control the violence to a great extent in the past… pic.twitter.com/yliE1PIDt6
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) June 25, 2023
विपक्ष उठा रहा है सवाल
बता दें कि, 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद से ही विपक्ष लगातार प्रदेश की स्थिति को लेकर सवाल उठा रहा है. विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार और बीजेपी को निशाना बना रही हैं. कांग्रेस समेत 10 पार्टियों काफी समय से मणिपुर पर सर्वदलीय बैठक की मांग कर रही थीं. इन पार्टियों ने विदेश दौरे से पहले पीएम मोदी से भी मिलने के वक्त मांगा था. इसके बाद सभी पार्टियों ने मिलकर मणिपुर पर ज्ञापन जारी किया था. इस सबके बीच गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई. बैठक में गृहमंत्री ने विपक्षी दलों की बात सुनी और मणिपुर के हालात जल्द सामान्य होने के भरोसा दिलाया.
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की मांग
मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली में बुलाई गई गृह मंत्री की सर्वदलीय बैठक में शनिवार को घंटों मंथन हुआ था. सरकार की ओर से विपक्षी पार्टियों को मौजूदा हालात की जानकारी दी गई. साथ ही बताया गया कि हिंसा पर विराम लगाने के लिए सरकार की ओर से क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं. इस बीच सर्वदलीय बैठक में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के नेताओं के ओर से अगले हफ्ते मणिपुर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की मांग की गई. वहीं सूत्रों की मानें तो बैठक में समाजवादी पार्टी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
बैठक में शामिल हुए थे 18 राजनीतिक दल
बैठक में बीजेपी समेत 18 राजनीतिक दल और पूर्वोत्तर के चार सांसद और उत्तर-पूर्व के दो मुख्यमंत्री शामिल हुए थे. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सपा और आरजेडी ने मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की. वहीं DMK ने महिला आयोग की स्थापना का मुद्दा उठाया. साथ ही कांग्रेस ने सुझाव दिया कि लोगों को अलग-थलग करने के लिए बल का प्रयोग न किया जाए. बैठक के बाद गृह मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में अमित शाह ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने संवेदनशीलता के साथ और अराजनीतिक तरीके से मणिपुर में शांति बहाली के लिए अपने सुझाव दिए और भारत सरकार खुले मन से इन सुझावों पर विचार करेगी.