मणिपुर में आतंकियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया है. छिपकर किए गए वार में कुल सात लोगों की मौत हो गई है. इसमें भी एक कर्नल समेत चार जवानों ने अपनी शहादत दी है. हमले के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में इस हमले की निंदा की जा रही है. कोई मुंहतोड़ जवाब की बात कह रहा है तो कोई केंद्र सरकार की नीति पर भी सवाल खड़ा कर रहा है.
वहीं इस हमले से आहत हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दुख व्यक्त किया है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और सभी को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाएगा.
The cowardly attack on an Assam Rifles convoy in Churachandpur, Manipur is extremely painful & condemnable. The nation has lost 5 brave soldiers including CO 46 AR and two family members.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 13, 2021
My condolences to the bereaved families. The perpetrators will be brought to justice soon.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज शहीद हुए सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं. उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.
Strongly condemn the attack on the Assam Rifles convoy in Manipur. I pay homage to those soldiers and family members who have been martyred today. Their sacrifice will never be forgotten. My thoughts are with the bereaved families in this hour of sadness.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2021
मणिपुर हमले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया
आजतक से बात करते हुए मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह ने जोर देकर कहा है कि ये आतंकी हमला करने के लिए म्यांमार से आए थे. उन्होंने बताया है कि आतंकी चार किलोमीटर तक अंदर घुस आए थे. वो बॉर्डर क्रास कर हमला करने आए थे. अभी केंद्र और राज्य दोनों का मणिपुर में ऑपरेशन जारी है. मुझे खबर मिली है कि कुछ आतंकी जख्मी हुए हैं. मौके पर खून के धब्बे भी हैं. ऐसे में आतंकियों की तलाश की जा रही है. अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन हम उन्हें ढूंढ निकालेंगे.
सीएम ने आजतक को ये भी बताया है कि उन्होंने कई पीड़ितों से मुलाकात की है. एक पीड़ित की सेहत के बारे में सीएम ने कहा है कि वे बिहार से हैं और उनके सीधे हाथ में कई फ्रैक्चर हो गए हैं. डॉक्टर देख रहे हैं, जान को कोई खतरा नहीं है.
अब सीएम बीरेन सिंह ने तो सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. उनके मुताबिक ऐसे हमले मोदी सरकार की सबसे बड़ी विफलता है. वे कहते हैं कि मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है. शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ. देश आपके बलिदान को याद रखेगा.
मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2021
शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ। देश आपके बलिदान को याद रखेगा।
किसी की श्रद्धांजलि, किसी का सरकार पर हमला
राहुल के ट्वीट के बाद बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का भी ट्वीट आया. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि आतंक का विनाश होना ही शांति की शुरुआत है. ट्वीट में लिखा गया कि मणिपुर के चुराचांदपुर में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि, ईश्वर सभी दिवंगत आत्माओं को शांति एवं घायलों को जल्द स्वस्थ लाभ प्रदान करे. आतंक कहीं भी हो उसका विनाश ही शांति का मार्ग है। राष्ट्र इन वीर सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा.
मणिपुर में हुए आतंकी हमले में हमारे वीर जवानों की शहादत का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 13, 2021
अब इन नेताओं के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी अपनी श्रंद्धाजलि व्यक्त की है. असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. उन सभी परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं जिन्होंने अपने वीर सपूतों को खोया है. हिमाचल के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. उन्होंने ट्वीट किया है कि मणिपुर में हुए आतंकी हमले में हमारे वीर जवानों की शहादत का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. मैं वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.