मणिपुर में हिंसा को करीब दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी कई इलाकों से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं. गुरुवार की सुबह इंफाल पश्चिम जिला में एक स्कूल के बाहर अज्ञात बदमाशों ने महिला की गोली मारकर हत्या कर दी. स्कूल के बाहर हुई इस घटना से इलाके में तनाव हो गया है.
इंफाल पुलिस ने बताया कि गुरुवार की सुबह महिला जब शिशु निकेतन स्कूल के बाहर खड़ी हुई थी, तभी बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है. महिला की हत्या के बाद से इलाके में तनाव हो गया है. हालांकि अबतक मृतक महिला की पहचान नहीं हो पाई है.
10 जुलाई तक इंटरनेट पर बैन
प्रदेश में जारी हिंसा के बीच सरकार ने इंटरनेट पर बैन को 10 जुलाई तक बढ़ा दिया है. सरकार ने बुधवार को कहा कि राज्य में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को अगले 5 दिनों तक यानी 10 जुलाई दोपहर 3 बजे तक सस्पेंशन बढ़ा दिया गया है. पूर्वोत्तर राज्य में सबसे पहले अधिकारियों ने 3 मई को इंटरनेट पर बैन लगाया था, जब जातीय हिंसा शुरू हुई थी. इसे समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है.
तीन मई से शुरू हुई थी हिंसा
मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकता मार्च' का आयोजन किया गया था. इस दौरान राज्य में पहली बार हिंसा भड़क गई थी, जिसमें अबतक 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और सैकड़ों लोग घायल हैं. इसके अलावा हजारों लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है. राज्य में मैतेई समुदाय की आबादी 53 फीसदी है, जोकि इंफाल घाटी में रहती है, जबकि ट्राइबल नागा और कुकी समुदाय की आबादी करीब 40 फीसदी है, जो पहाड़ी जिलों में रहती है.
सुरक्षाबलों से झड़प में युवक की मौत
हाल ही में 700-800 लोगों की भीड़ ने वांगबल में आईआरबी के शिविर में हथियार लूटने की कोशिश की थी, जिसके बाद सुरक्षाबलों के साथ भीड़ की झ़ड़प भी हुई थी. इसमें 27 साल के एक युवक की मौत हो गई थी, जिस पर बहुत हंगामा हुआ था.
(इनपुट- सारस्वत कश्यप)