AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर बीजेपी और RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आपने (मोहन भागवत) देश की आजादी के लिए कुछ नहीं किया. मौलाना अबुल कलाम आजाद ने किया है. ये देश अगर किसी का है तो वो है आदिवासी का.
मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि आप कब तक अपने भाषण में 'मजलिस' का जिक्र करते रहेंगे? उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने अभी से अपनी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. ओवैसी गुरुवार को हैदराबाद के किशनबाग में जनता को संबोधित कर रहे थे.
ओवैसी ने कहा कि मैं मुसलमान हूं. मुझे इस बात का गर्व है कि 1300 साल की इस्लाम की शानदार परंपराएं मेरी विरासत हैं. मैं इस विरासत का एक छोटा-सा हिस्सा भी खोने को तैयार नहीं हूं. इस्लाम का शिक्षण और इतिहास इसकी कला, पत्र और सभ्यता मेरी संपत्ति और किस्मत है. उनकी रक्षा करना मेरा कर्तव्य है.
AIMIM प्रमुख ने आगे कहा- इस्लामी संस्कृति और परंपरा में मेरी विशेष रुचि है. यह मेरा मार्गदर्शन करता है और मुझे आगे बढ़ने में मदद करता है. मुझे भारतीय होने पर गर्व है. मैं एक अपरिहार्य एकता का हिस्सा हूं, जो कि भारतीय राष्ट्रीयता है. मैं इस महान इमारत का अनिवार्य हिस्सा हूं. यह भारत की ऐतिहासिक नियति थी कि अनेक मानव जातियां और संस्कृति और धर्म यहां प्रवाहित हों.
ओवैसी ने कहा- जैसे गंगा और जमुना अलग-अलग जगहों से निकलती हैं लेकिन एक बिंदु पर मिलती हैं जिसे 'संगम' कहा जाता है, यह प्रकृति का नियम है. तब से पूरे 11 शताब्दियां बीत चुकी हैं, इस्लाम का अब भारत की धरती पर उतना ही बड़ा दावा है जितना हिंदू धर्म का. कार्वन थे जो 1100 साल पहले आए थे. हमने देश को अपना खजाना दिया है. देश में भी खजाने थे.