पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारत-चीन के बीच गतिरोध खत्म करने की प्रक्रिया (डिसएंगेजमेंट प्रोसेस) में टैंकों को पीछे कर लिया गया है. इसको लेकर विदेश मंत्रालय (MEA) ने आज बयान दिया. MEA ने बताया कि सैन्य और राजनयिक स्तर पर निरंतर बातचीत के बाद यह समझौता हुआ. कमांडर लेवल की मीटिंग का अगला (10 वां) दौर डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया के बाद शुरू होगा.
MEA ने कहा कि कमांडर लेवल की अगली मीटिंग पैंगोंग झील क्षेत्र में फुल डिसएंगेजमेंट के बाद 48 घंटों के भीतर की जाएगी. WMCC (कंसल्टेशन और कोऑर्डिनेशन के लिए वर्किंग मैकेनिज़्म) के लिए अब तक कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई है. इस मीटिंग में पैंगोंग के अलावा गतिरोध के शेष मुद्दों पर बात होगी.
बता दें कि बुधवार को डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हुई थी. जिसके बाद पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे से दोनों देशों ने अपने टैंकों को पीछे करना शुरू किया. चीन ने पैंगोंग झील से टैंक, बख्तरबंद वाहन वापस कर लिए हैं. डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया को लेकर भारतीय सेना की ओर से एक वीडियो भी जारी किया गया है.
बताया जा रहा है कि पहले चरण में डिसएंगेजमेंट पूरा होने के बाद, दोनों पक्ष पैट्रोलिंग प्वाइंट-17 और 15 सहित अन्य तनाव वाली जगहों पर चर्चा शुरू करेंगे. गौरतलब है कि दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एक-दूसरे के खिलाफ करीब 50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया था.
फिलहाल अब पूर्वी लद्दाख पर करीब एक साल से जारी विवाद खत्म होने की ओर जाता दिखाई दे रहा है. दोनों देशों के बीच पैंगोंग लेक को लेकर समझौता हो गया है और अब अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति लागू करने की कोशिश है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को देश की संसद में समझौते का ऐलान किया.