पिछले 4 सालों में पौने 7 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी है. गृह मंत्रालय (MHA) की ओर से आज मंगलवार को लोक सभा में यह जानकारी दी गई कि 2015 से 2019 के बीच 6,76,074 लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी और अन्य देशों की नागरिकता ग्रहण कर ली.
लोकसभा में गृह मंत्रालय की ओर से दिए गए जवाब में 2015 से 2019 के बीच 6,76,074 लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी तो 2005 से 2020 के बीच 37 लाख विदेशियों को OCI (ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया) कार्ड दिया गया. गृह मंत्रालय के अनुसार, विदेश में 1.25 करोड़ भारतीय नागरिक रह रहे हैं जिसमें 37 लाख लोग OCI कार्डधारक हैं.
गृह मंत्रालय ने आज लोकसभा में बताया कि विदेश मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 2015 में 1,41,656 भारतीयों ने भारतीय नागरिकता छोड़कर अन्य देशों की नागरिकता ले ली. जबकि 2016 में कुल 1,44,942, 2017 में कुल 1,27,905, 2018 में कुल 1,25,130 और 2019 में कुल 1,36,441 लोगों ने भारतीय नागरिकता त्याग दी. इस तरह 2015 से 2019 के बीच 6,76,074 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी.
विदेश में 1.25 करोड़ भारतीय
गृह मंत्रालय ने बताया कि विदेश मंत्रालय (MEA) के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कुल 1,24,99,395 भारतीय नागरिक विदेश में रह रहे हैं, जिसमें 37 लाख लोगों के पास ओसीआई कार्ड है.
साथ ही गृह मंत्रालय लोकसभा में यह भी कहा कि सरकार दोहरी नागरिकता के किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है.
पिछले साल राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा पर गृह मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस ने निष्पक्ष और उचित ढंग से तत्काल कार्रवाई की थी. दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए समर्पित और निरंतर प्रयासों से थोड़े समय के भीतर ही दंगे की स्थिति सामान्य हो गई थी.