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न मंत्री हिंदी जानते हैं न जनता, मुख्य सचिव बदला जाए- मिजोरम के CM ने गृहमंत्री को लिखी चिट्ठी

गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने उनसे केंद्र सरकार द्वारा राज्य की नई मुख्य सचिव रेणु शर्मा की नियुक्ति पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया. उन्होंने इस पद के लिए मिजो-भाषी अधिकारी को नियुक्त करने का अनुरोध किया.

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मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने राज्य की नई मुख्य सचिव रेणु शर्मा की नियुक्ति पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है
मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने राज्य की नई मुख्य सचिव रेणु शर्मा की नियुक्ति पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नई मुख्य सचिव रेणु शर्मा की नियुक्ति पर पुनर्विचार करने का अनुरोध
  • कैबिनेट मंत्रियों को हिंदी नहीं आती है
  • पिछले महीने आईएएस अधिकारी रेणु शर्मा बनाई गई थीं मिजोरम की मुख्य सचिव

मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा (Mizoram CM Zoramthanga) ने गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को पत्र लिखा है. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा राज्य की नई मुख्य सचिव रेणु शर्मा की नियुक्ति पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.

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सीएम जोरमथंगा का कहना है कि उनके कैबिनेट मंत्रियों को हिंदी नहीं आती है और इसलिए राज्य के एडिश्नल मुख्य सचिव जेसी रामथंगा को मुख्य सचिव (CS) का पद दिया जाना चाहिए.

अपने पत्र में मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने लिखा है- “गुजरात कैडर के मेरे मुख्य सचिव श्री लालनुनमाविया चुआउगो के रिटायर होने के बाद, मैंने अपने वर्तमान एडिश्नल मुख्य सचिव श्री जेसी रामथंगा (मणिपुर कैडर) को अगला मुख्य सचिव बनाने का अनुरोध किया था. हालांकि, गृह मंत्रालय ने श्रीमती रेणु शर्मा को नया मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त कर दिया है.” 

उन्होंने यह भी लिखा कि मिज़ोरम के लोग हिंदी नहीं समझते हैं, और मेरे कैबिनेट मंत्रियों में से कोई भी हिंदी नहीं जानता. उनमें से कुछ को अंग्रेजी भाषा से भी समस्या है. इस स्थिति में, एक मुख्य सचिव जिसे कामकाजी मिजो भाषा का ज़रा भी ज्ञान न हो, वो कभी भी एक प्रभावी और कुशल मुख्य सचिव नहीं हो सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने कभी भी मिजोरम में ऐसे मुख्य सचिव की नियुक्ति नहीं की जो मिजोरम राज्य के निर्माण के बाद से मिजो भाषा के काम करने के मानकों से वाकिफ न हो.

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सीएम जोरमथंगा ने कहा कि अन्य राज्यों में यह प्रथा रही है कि एक मुख्य सचिव, जो संबंधित राज्य की मूल कामकाजी भाषा नहीं जानता, उसे वहां कभी तैनात नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि अगर उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया, तो कांग्रेस और अन्य सभी विपक्षी दल उनका मजाक उड़ाएंगे.

बता दें कि पिछले महीने ही केंद्र ने AGMUT कैडर की आईएएस अधिकारी रेणु शर्मा को मिजोरम का मुख्य सचिव नियुक्त किया था.

 

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