मिजोरम सरकार में ऊर्जा और बिजली मंत्री एफ रोडिंगलियाना ने आरोप लगाया है कि गुरुवार को उनके काफिले को आइजोल की सीमा पर असम राइफल्स के जवानों ने रोक दिया. हालांकि इस मामले में असम राइफल्स ने कहा है कि तलाशी अभियान चल रहा था, लेकिन मंत्री के काफिले को रोका नहीं गया.
रोडिंगलियाना ने असम राइफल्स पर आरोप लगाया कि जब वो गुरुवार को पूर्वी मिजोरम के चम्फाई जिले से लौट रहे थे, तब असम राइफल्स ने उनके काफिले को रोक दिया. जिसके बाद वहां तीखी बहस हो गई. उन्होंने कहा कि NH-54 पर आइजोल और तुइरियल के बीच गुरुवार को सुरक्षाकर्मी बैरिकेड लगाए थे. रोडिंगलियाना ने आगे कहा कि ये बताने के बावजूद भी कि वो मंत्री हैं, उनके काफिले को कुछ समय तक जाने नहीं दिया गया.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, रोडिंगलियाना ने कहा कि बैरिकेड पार करने के कुछ मीटर बाद ही तीन कर्मियों ने मुझे ये कहते हुए रोक दिया कि उन्हें उनके कमांडर ने ऐसा करने के लिए कहा है. मैंने तर्क दिया कि मैं ऊर्जा मंत्री हूं, लेकिन फिर भी कर्मियों ने कुछ देर तक हमें जाने नहीं दिया.
असम राइफल्स ने कहा काफिला अपने आप ही रुक गया
इस पूरी घटना पर असम राइफल्स ने बयान दिया है और दावा किया कि उन्होंने आइजोल-सीलिंग रोड पर अपने ज़ोखावसांग बेस से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर एक मोबाइल चेक पोस्ट लगाया था और मंत्री के काफिले को चेकिंग के दौरान क्लियर रास्ता दिया गया. एक अधिकारी ने बताया कि जहां वाहनों की जांच की जा रही थी वहां मंत्री का काफिला अपनी मर्जी से रुक गया. अधिकारी ने आगे कहा कि मंत्री के निजी सचिव ने गाड़ी से उतरकर वहां ड्यूटी पर तैनात जवानों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया.