जाको राखे साईंया मार सके ना कोय... यानी जिसकी सुरक्षा स्वयं भगवान करते हैं, उसका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता. ऐसा ही एक वाकया ओडिशा के झारसुगुड़ा में सामने आया. यहां हमलावरों ने एक शख्स पर देसी पिस्टल से फायरिंग की और फरार हो गए. अटैकर्स को लगा कि गोली उस शख्स को लगी है. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि गोली पीड़ित के मोबाइल में जाकर लगी है, जो उसकी पैंट की जेब में रखा हुआ था.
फायरिंग की इस घटना के बाद भी सकुशल बचने वाले शख्स का नाम आदित्य परुआ (29) है. वह झारसुगुड़ा की एक निजी कंपनी में काम करता है. पुलिस के मुताबिक आदित्य का बाउंड्री वॉल को लेकर युवराज सिंह (34) और उसके भाई भानु प्रताप सिंह (30) से विवाद चल रहा है. 23 फरवरी को यह विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि बात गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंच गई.
घायल समझकर हो गए फरार
युवराज सिंह और भानु प्रताप ने आदित्य के साथ मारपीट की और वहां से फरार हो गए. कुछ देर बाद युवराज अपने कुछ और साथियों को लेकर लौटा और देसी पिस्टल से आदित्य पर गोली चला दी. आदित्य को गंभीर रूप से घायल समझकर युवराज अपने साथियों को लेकर वहां से फरार हो गया.
सीसीटीवी फुटेज की हुई जांच
गोली आदित्य के शरीर पर न लगकर उसके पैंट की बाईं जेब में रखे मोबाइल में लगी, जिससे उसका मोबाइल पूरी तरह से डैमेज हो गया. लेकिन आदित्य को खरोंच तक नहीं आई. गोलीबारी के बाद आदित्य ने तुरंत झारसुगुड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की कर तलाशी अभियान शुरू किया. कुछ दे बाद युवराज, भानु और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी अरेस्ट, कार-पिल्टल जब्त
झारसुगुड़ा के एसपी स्मिथ परमार ने बताया कि पूरा विवाद बाउंड्री वॉल को लेकर था. आरोपी ने पीड़ित पर फायरिंग की, लेकिन सौभाग्य से गोली उसके फोन में फंस गई और पीड़ित की जान बच गई. शिकायत मिलने के बाद पुलिस टीम ने कई इलाकों में छापेमारी की और सीसीटीवी फुटेज की जांच की. मुख्य आरोपी को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. अपराध में इस्तेमाल की गई कार और पिस्टल जब्त कर ली गई है.