देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से बुरा हाल है. कई गांव और शहर पानी से लबालब हैं. नदियां उफान पर हैं जिनका पानी गांवों में कहर बरपा रहा है. गांव के गांव डूब चुके हैं. फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. लोग अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों पर चढ़ गए हैं. ऐसे में लोगों की जान बचाने के लिए वायुसेना भी रेस्क्यू में जुट गई है. सेना को भी बुलाया गया है. बाढ़ के हालातों से किस तरह लोग परेशान हैं, उन हालातों से रूबरू करवाने के लिए आज तक के रिपोर्टर्स ने 3 राज्यों के 10 जिलों से रिपोर्ट की है. आइए जानते हैं राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार के जिलों में बाढ़ से कैसे हालात बन गए हैं...
राजस्थानः नदियां उफान पर, गांवों में घुसा पानी
- धौलपुरः जिले से होकर गुजर रही चम्बल नदी खतरे के 130.79 मीटर के निशान से ऊपर 143.70 मीटर पर बह रही है. इससे जिले के करीब तीन दर्जन से ज्यादा गांव डूब गए हैं. शंकरपुर गांव में शंकरपुरा-झिरी मार्ग पर चम्बल का पानी 5 फीट तक पहुंच गया है. चम्बल नदी पर बना मुक्तिधाम भी डूब गया है, जिस वजह से एक मृतक का दाह संस्कार नहीं हो सका.
- करौलीः यहां भी कोटा बैराज से 10 गेट खोल कर एक लाख की क्यूसेक पानी की निकासी होने से चंबल नदी उफान पर है. चम्बल से सटे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. कई गांवों को खाली कराया जा रहा है. ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीमों को भेज दिया गया है. वहीं, उनके खाने-पीने का इंतजाम करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के सरपंचों को दिया गया है.
- भरतपुरः कई दिनों से हो रही बरसात और करौली के पांचना बांध से 17,000 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद जिले के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई है. कई इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. कई गांव में पानी घुस रहा है इसलिए जिला प्रशासन ने ग्रामीणों के लिए राहत बचाव के लिए कैंप लगा दिए. गांवों में पानी घुसने के बाद अपनी जान बचाने के लिए ग्रामीण अपने पशुओं को साथ लेकर ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं.
- सवाई माधौपुरः चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते कई गांवों में पानी भर गया है. बारिश के कारण सुरवाल बांध ओवरफ्लो हो गया है. बांध के निचले इलाके में बसे गांवों में पानी भर गया. जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें राहत कार्य मे जुटी हुई हैं. उन्होंने लोगों से नदी-नालों सहित पानी वाली जगहों से दूर रहने की अपील की है.
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मध्य प्रदेशः रेस्क्यू में जुटी वायुसेना
- ग्वालियरः भारी बारिश और डैम से छोड़े गए पानी की वजह से हालात बेकाबू हो गए हैं. राहत बचाव के लिए सेना और वायुसेना की मदद ली जा रही है. वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को बचाया जा रहा है, लेकिन भारी बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है. सैकड़ों गांवों में हालात खराब हो गए हैं. गांवों में पानी के तेज बहाव के कारण रेस्क्यू टीम भी नहीं पहुंच पा रही है. लोग पहाडों, मंदिर, खुले मैदान, ट्रैक्टर ट्राली में रहकर समय निकाल रहे हैं.
- शिवपुरीः 48 घंटों में 800 एमएम से ज्यादा बारिश हो चुकी है. दो हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है. अभी तक एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वायुसेना रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी थी. गांवों में फंसे लोगों को नाव से निकाल लिया गया है. बुधवार से सेना भी इसमें लग गई है. करीब 10 किलोमीटर दूर बांसखेड़ी तालाब फूटने NH-25 को बंद कर दिया गया है. जान बचाने के लिए कुछ लोग पेड़ों पर चढ़ गए थे, उन्हें भी सुरक्षित जगह ले जाया गया है.
- गुनाः लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ के हालात बन गए हैं. गुना में अब तक 1100 एमएम बारिश हो चुकी है. ग्रामीण इलाकों में पानी भर गया है. बमोरी के तीन गांव में 10 लोग बारिश के पानी में फंस गए थे, जिन्हें बचा लिया गया है. गुना के कलेक्टर फ्रेंक नोबल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे और पल पल का फीडबैक देते रहे.
बिहारः कई घरों में पानी भरा, फसलें बर्बाद
- गयाः लगातार हो रही बारिश के कारण कई कॉलोनियों और मोहल्लों के घरों में पानी भर गया है. घरों में पानी घुसने के दो कारण बताए जा रहे हैं. पहला ये कि कॉलोनियों में पानी के निकलने के लिए नालियां नहीं बनाई गईं हैं और दूसरा कि लोगों ने बिना नाला बनाए ही अपने घर बना लिए हैं. मेयर वीरेंद्र कुमार ने भी बताया है कि नाला नहीं होने से लोगों के घरों में पानी घुस गया है.
- खगड़ियाः भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे जिले की 31 पंचायतों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. सैकड़ों एकड़ खेत में बाढ़ का पानी जम गया है, जिससे धान की फसल खराब हो गई है. लोग नाव के जरिए आना-जाना कर रहे हैं. डीएम आलोक रंजन का कहना है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में फूड पैकेट बांटे गए हैं और जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत दी जा रही है.
- दतियाः कुछ दिनों से यहां भी तेज बारिश हो रही है. सेवढ़ा में सनकुआ तीर्थ के पास सिंध नदी पर बना पुल भी बह गया. सिंध नदी का पानी रात में ही पुल पर आ गया था. पुल टूटने से दतिया का भिंड ग्वालियर से सम्पर्क टूट गया है. नदी का जल स्तर बढ़ने से एक मंदिर भी डूब गया है, जहां 4 साधु फंस गए हैं.
(धौलपुर से उमेश मिश्रा, करौली से गोपाल लाल माली, भरतपुर से सुरेश फौजदार, सवाई माधौपुर से सुनील जोशी, ग्वालियर से सर्वेश पुरोहित, शिवपुरी से रवीश पाल सिंह और प्रमोद भार्गव, गुना से विकास दीक्षित, गया से बिमलेंदु चैतन्य, खगड़िया से स्वतंत्र कुमार सिंह)