दिल्ली और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को मॉनसूनी बारिश के लिए अभी और इंतजार करना होगा. मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी है. विभाग के मुताबिक पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के प्रभावी होने की वजह से अगले 5 दिनों के दौरान ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार में व्यापक रूप से वर्षा होने की संभावना है. हालांकि, इसके बाद थोड़ी कमी आएगी.
अगले 5 दिनों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भारी वर्षा की संभावना है. 23 जून यानी आज उत्तरी छत्तीसगढ़, झारखंड, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा अगले 7 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में व्यापक रूप से बारिश की संभावना है.
अगले हफ्ते भारत के पश्चिम-मध्य और दक्षिणी भागों में बारिश की गतिविधि के कम होने की संभावना है. विभाग के मुताबिक केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बाद मॉनसून देश में तेजी से बढ़ा और यह पूर्वी, मध्य और उससे लगे उत्तरपश्चिम भारत में सामान्य समय से 7 से 10 दिन पहले पहुंच गया. दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों, हरियाणा और पंजाब समेत देश के बचे हुए इलाकों में हालांकि अगले सात दिनों में इसके और आगे बढ़ने की संभावना कम ही है.
अगले 24 घंटे में इन राज्यों में बारिश की संभावना
ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. वहीं, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के कुछ इलाकों में हल्की बारिश के होने की संभावना है.
पिथौरागढ़ में बाढ़ से तबाही
पिथौरागढ़ में प्रकृति कहर बरपा रही है. मानसून की पहली लहर में ही गौरी नदी में बाढ़ आ गई है और कई इलाकों में भूस्खलन भी हुआ है. मुंशियारी को पिथौरागढ़ और राज्य के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली सभी सड़कें कट गई हैं, जिसकी वजह से लोगों का संपर्क भी बाकी हिस्सों से टूट गया है.
इस दौरान कई ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और फंसे हुए लोगों के लिए हवाई निकासी की योजना बना रहा है.
यूपी में गरज के साथ बारिश की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को राज्य में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि गुरुवार और शुक्रवार को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भी बारिश हो सकती है.
अब तक 37 फीसदी ज्यादा बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक देश में इस मॉनसूनी मौसम में अब तक 37 प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग ने एक बयान में कहा, 'इस साल के दक्षिणपश्चिम मानसून के मौसम में 21 जून तक संचयी वर्षा दीर्घकालिक औसत (एलपीए) से करीब 37 प्रतिशत ज्यादा हुई.' विभाग ने कहा कि इस अवधि में उत्तर-पश्चिम भारत में 40.6 मिलीमीटर सामान्य बारिश के मुकाबले 71.3 मिलीमीटर बारिश हुई जो 76 प्रतिशत ज्यादा है.
बयान में कहा गया कि मध्य भारत में 145.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो सामान्य बारिश 92.2 मिलीमीटर के मुकाबले 58 प्रतिशत ज्यादा है. इसमें कहा गया कि दक्षिणी प्रायद्वीप में 133.6 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 24 प्रतिशत ज्यादा है. विभाग के मुताबिक पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में इस अवधि में 253.9 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि इस दौरान बारिश सामान्य रूप से 224.8 मिलीमीटर दर्ज की जाती है.