कोरोना वायरस की महामारी के बीच संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है. संसद सत्र की शुरुआत से पहले सभी सांसदों का कोरोना टेस्ट कराया गया था, जिसमें कुछ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए दुनिया के कई देश वैक्सीन पर काम कर रहे हैं. फिलहाल वैक्सीन को लेकर अटकलें ही लगाई जा रही हैं.
इन सबके बीच कोरोना की वैक्सीन देश को कब तक मिलने की उम्मीद की जा सकती है? यह सवाल संसद में भी उठा. सांसदों ने कोरोना वैक्सीन को लेकर सवाल पूछे थे, जिसका जवाब स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित करना कठिन है.
संसद में यह सवाल भी उठा कि क्या सरकार ने रूस या चीन की वैक्सीन को लेकर कोई औपचारिक अध्ययन शुरू कराया है या नहीं? इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि रूसी टीके को लेकर चर्चा अभी चल रही है. कोई औपचारिक अध्ययन शुरू नहीं कराया गया है.
गौरतलब है कि देश की कुछ कंपनियों की कोरोना वैक्सीन, क्लीनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में है. वहीं, रूस ने भी वैक्सीन बनाने का दावा किया था. पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के दिन पीएम मोदी कोरोना वैक्सीन का ऐलान कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.