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नूंह हिंसा के आरोपी मोनू मानेसर की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं. उसे राजस्थान पुलिस की कस्टडी में भेज दिया गया है. इससे पहले नूंह कोर्ट ने मोनू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला लिया था, इसी बीच राजस्थान पुलिस ने कोर्ट से उसकी कस्टडी मांगी, जिसे जज ने मंजूर कर दिया. अब उससे भरतपुर के दीग पुलिस स्टेशन में पूछताछ होगी. बता दें कि मंगलवार सुबह ही हरियाणा पुलिस ने पकड़ा था.
यह पहले से साफ था कि मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद अब राजस्थान पुलिस कोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर मोनू की कस्टडी मांग सकती है. दरअसल, मोनू राजस्थान के निवासी नासिर, जुनैद हत्याकांड का आरोपी है. आरोप है कि हरियाणा के गो-रक्षकों ने उन दोनों को जिंदा जला दिया था. इस मामले में मोनू का भी नाम आया था.
मोनू मानेसर की ये गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर नफरती पोस्ट करने को लेकर हुई है. साइबर क्राइम की टीम के सिपाही ने शिकायत दी थी. उसके बाद एफआईआर दर्ज की गई थी.
फेसबुक पर लिखा था- परिणाम की हम चिंता नहीं करते
नूंह साइबर थाने (क्राइम) में तैनात सिपाही मोहित ने इसके बारे में बताया. मोहित ने कहा कि वो सोशल मीडिया पर नजर रखने का काम कर रहा था. तभी मॉनिटरिंग के दौरान एक पेज मोहित मानेसर जिसका यूआरएल भी बताया गया उससे 26 अगस्त को एक पोस्ट की गई थी.
इस पोस्ट में लिखा था 'परिणाम की हम चिंता नहीं करते, वार एक ही बार होगा पर आखिरी होगा.' पुलिस का कहना है कि ये पोस्ट अलग-अलग समूहों-समुदाय में घृणा अराजकता पैदा करने की नीयत से डाली गई थी.
इस फेसबुक लिंक (पोस्ट) की जब जांच की गई तो पता लगा ये फेसबुक आईडी जिस मोबाइल नंबर से बनाई गई थी वो मोहित उर्फ मोनू मानेसर के नाम से रजिस्टर्ड थी.
इसी आधार पर तमाम सबूतों के साथ मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया गया. उसकी पैंट में से 45 बोर की एक पिस्टल और मैगजीन में तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए. पिस्टल को भी फिलहाल सीज किया गया है.
मोनू मानेसर पर 26 अगस्त को 153, 153A, 295A, 298, 504, 109 ipc और 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत ये एफआईआर दर्ज की गई.
नूंह हिंसा में आया था मोनू का नाम
नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी. 31 जुलाई को हुई इस हिंसा से पहले मोनू मानेसर का एक वीडियो सामने आया था. इसमें वह नूंह (मेवात) के अंदर बृजमंडल यात्रा में शामिल होने की बात करता है, लोगों से भी वहां आने की बात कहता है. इसके बाद बृजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा हो जाती है. इसमें छह लोगों की मौत हो गई थी.
इससे पहले फरवरी में मोनू मानेसर के खिलाफ राजस्थान में FIR दर्ज हुई थी. दरअसल, भरतपुर के निवासी नासिर (25), जुनैद (35) को कार में जिंदा जलाकर मार डाला गया था. ये हत्याकांड हरियाणा के भिवानी में हुई थी. आरोप था कि कथित गो-रक्षकों ने इन दोनों को किडनैप किया था और फिर हत्याकांड को अंजाम दिया. इस साजिश में मोनू मानेसर का भी नाम आया था.