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गुजरातः मोरबी पुलिस ने दिखाई इंसानियत, रेप की शिकार महिला के बच्चे को लिया गोद

रेप की शिकार महिला के 5 साल के मासूम बेटे की जिम्मेदारी मोरबी पुलिस ने उठाने का फैसला लिया है. मोरबी जिला पुलिस ने बच्चे के रखने के साथ उसकी पढ़ाई की जिम्मेदारी भी उठाते हुए उसे गोद लेने का फैसला लिया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रेप का एक वीडियो हुआ था वायरल
  • महिला मानसिक रूप से बीमार है
  • 5 साल के बेटे को रखती है अपने साथ
  • मां के साथ सड़क के किनारे रहता है बेटा

पुलिस ज्यादातर गलत वजहों से चर्चा में रहती है, लेकिन कई बार इंसानियत के साथ पेश आती है. ऐसी ही एक मिसाल गुजरात की मोरबी पुलिस ने उस समय पेश किया जब उसने रेप की शिकार मानसिक रूप से बीमार एक महिला के बच्चे को गोद लेने का फैसला लिया.

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गुजरात के मोरबी जिले में कुछ दिनों पहले मानसिक तौर पर बीमार एक महिला के साथ रेप का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस एक्शन में आई और 24 घंटे के अंदर रेप के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

हालांकि पुलिस ने जब महिला की छानबीन की तो पता चला कि उसका 5 साल का एक बेटा भी है जो उसी के साथ सड़क के किनारे रहता है. मानसिक तौर पर बीमार होने की वजह से महिला को और कुछ तो मालूम नहीं लेकिन वह इस बच्चे को अपने सीने से लगा कर रखती है.
 
रेप की शिकार महिला के 5 साल के मासूम बेटे की जिम्मेदारी मोरबी पुलिस ने उठाने का फैसला लिया है. मोरबी जिला पुलिस ने बच्चे के रहने के साथ उसकी पढ़ाई की जिम्मेदारी भी उठाते हुए उसे गोद लेने का फैसला लिया. बच्चे के पालन-पोषण में जो भी खर्च आएगा वो पुलिस अधिकारी और कर्मचारीओं के जरिए इकठ्ठा किए गए फंड से दिया जाएगा.

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मामले में जानकारी देते हुए मोरबी एसपी सुबोध ओडेदरा ने कहा, तफ्तीश में पता चला था कि महिला का पांच साल का एक बेटा भी है. पुलिस ने इस बच्चे के भविष्य के बारे में सोचकर उसे गोद लेने का फैसला लिया है. इस मामले में हमने राजकोट रेंज आईजी और गुजरात डीजीपी के साथ भी बात की है. उन्होंने भी इस बच्चे के भविष्य के लिए इस नेक काम को अपनी मंजूरी दे दी है. 

एसपी सुबोध ओडेदरा ने यह भी कहा कि रेप का शिकार बनी इस महिला और उसके बेटे को फिलहाल एक निजी सामाजिक संस्था में रखा गया है. स्कूल खुलने के बाद इस बच्चे का स्कूल में एडमिशन भी करवाया जाएगा. साथ ही बच्चे की पढ़ाई और रहने का पूरा खर्च मोरबी पुलिस ने पैसे इकठ्ठे कर उसके नाम के अकाउंट बनाकर बैंक में जमा करवाया है.


 

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