मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज अपने मंत्रियों के साथ अयोध्या राम मंदिर दर्शन को जाएंगे. मंत्री सपत्नीक अयोध्या का दौरा करेंगे. योगी सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री भी रामलला क दर्शन करने अयोध्या जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री और कैबिनेट के मंत्री अयोध्या जाकर ना केवल रामलला के दर्शन करेंगे, बल्कि इस बात की संभावना भी टटोली जाएगी कि एमपी सरकार की तरफ से अयोध्या में मध्यप्रदेश के भक्तों के लिए धर्मशाला बनाई जा सके. इसके अलावा सरयू किनारे यदि एमपी सरकार को जमीन मिलती है तो सरयू तट पर राजा विक्रमादित्य के नाम से घाट भी बनाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: CM भूपेंद्र पटेल ने अपनी कैबिनेट के साथ किए रामलला के दर्शन, निजी खर्चों पर पहुंचे थे अयोध्या
'सरयू तट पर बनवाया जाएगा विक्रमादित्य घाट'
शनिवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने 2,000 साल पहले अयोध्या में 43 अन्य मंदिरों के अलावा एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया था. उन्होंने कहा, "अगर सरयू नदी के पास जमीन मिलेगी तो राज्य सरकार अयोध्या में विक्रमादित्य घाट का निर्माण कराएगी."
कैबिनेट मंत्री सपत्नीक करेंगे रामलला के दर्शन
मुख्यमंत्री मोहन यादव 4 मार्च को अपनी पूरी कैबिनेट के साथ रामलला के दर्शन करेंगे. कैबिनेट मंत्रियों को सपत्नीक अयोध्या जाकर रमलला के दर्शनों की इजाजत दी गई है. मुख्यमंत्री मोहन यादव और उनके कैबिनेट मंत्री राम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे.
ये भी पढ़ें: श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह- एक नए युग का ऐतिहासिक शुभारंभ
एमपी के लोगों के लिए आवास सुविधाएं विकसित करने का प्लान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार अयोध्या में मध्य प्रदेश के निवासियों के लिए आवास सुविधाएं विकसित करेगी. एमपी सरकार ने फरवरी में ही अयोध्या जाने का प्लान बनाया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम लोगों की भीड़ को देखते हुए मंत्रियों से अयोध्या ना जाने की अपील की थी. इसी साल 22 जनवरी को मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी.