ग्वालियर जिले के तहत आने वाली डबरा विधानसभा सीट इस बार एक बयान की वजह से लगातार सुर्खियों में है. दरअसल मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में ग्वालियर चंबल संभाग की 16 सीट भी शामिल हैं. इन सीटों में से सबसे ज्यादा अगर किसी की नजर इस वक्त है तो वो डबरा विधानसभा सीट है जहां से भारतीय जनता पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी को मैदान में उतारा है.
इमरती देवी के सामने कांग्रेस ने सुरेश राजे को अपना प्रत्याशी बनाया है. 'आजतक' ने डबरा विधानसभा सीट पर प्रचार कर रहे दोनों प्रत्याशियों के साथ कुछ समय बिताया और देखा कि इस हाई प्रोफाइल सीट पर ये दोनों किस मुद्दे पर वोट मांग रहे हैं.
इस उपचुनाव में डबरा विधानसभा सीट पर अब मुद्दा विकास से बदलकर महिला सम्मान के नाम पर लड़ा जा रहा है. डबरा विधानसभा के उदलपाड़ा गांव में कम से कम बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी के चुनावी प्रचार से तो यही दिख रहा है. दरअसल इमरती देवी ने 2018 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और चुनाव जीतकर कमलनाथ सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री बनीं.
हालांकि मार्च 2020 में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान इमरती देवी ने सिंधिया समर्थक दूसरे नेताओं के साथ ही कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया. अब डेढ़ साल बाद वह एक बार फिर से अपनी विधानसभा में वोट मांगने निकली हैं लेकिन अबकी बार वह लोगों से कमल के निशान पर वोट देने की अपील कर रही हैं.
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महिला सम्मान का मुद्दा उठा रहीं बीजेपी प्रत्याशी
हाल ही में डबरा विधानसभा सीट पर प्रचार करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इमरती देवी को लेकर जो कहा उसके बाद अब विधानसभा सीट पर प्रचार का मुद्दा ही बदल गया है. इमरती देवी अब अपने हर प्रचार में कमलनाथ के इस बयान का जिक्र कर रही हैं और वोटरों से अपील कर रही हैं कि वो कमलनाथ के बयान का बदला बीजेपी को वोट देकर ले. इमरती देवी हों या उनके साथ प्रचार में जुटे बीजेपी के दूसरे नेता सभी कमलनाथ के बयान को ही ढाल बना कर कांग्रेस पर जमकर हमला कर रहे हैं और जनता से इमरती देवी के अपमान का बदला लेने की अपील कर रहे हैं.
डबरा में भारतीय जनता पार्टी चुनाव प्रचार के दौरान महिला सम्मान की बात करते हुए वोटरों के बीच भावनात्मक जुड़ाव बनाने की कोशिश कर रही है. हालांकि अपने प्रचार के दौरान आइटम वाले बयान के साथ-साथ इमरती देवी डबरा विधानसभा सीट से उनके पुराने लगाव को भी लगातार वोटरों के सामने रख रही हैं. इमरती देवी अपने प्रचार में जिस तरह से कमलनाथ के दिए बयान का जिक्र कर रही हैं उसका असर भी होता दिख रहा है. जिन महिलाओं से इमरती देवी मिल रही हैं उनसे जब हमने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी कमलनाथ के बयान पर अपना गुस्सा जताया और कहा कि कांग्रेस को इसका नुकसान हो सकता है
कर्जमाफी के सहारे कांग्रेस प्रत्याशी
दूसरी ओर, कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे की माने तो भारतीय जनता पार्टी मुद्दों से ध्यान भटका कर सिर्फ एक बयान के आधार पर वोट मांग रही है जबकि कांग्रेस कमलनाथ सरकार के 15 महीनों के हिसाब को सामने रख चुनाव प्रचार में उतरी है. डबरा विधानसभा सीट के बरोठा गांव में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के प्रचार का आजतक ने जायजा लिया.
कांग्रेस प्रत्याशी के मुताबिक किसानों की कर्ज माफी अभी भी कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा है. इसके साथ ही बिजली की ऊंची कीमतों को भी कांग्रेस ने यहां भुनाने की कोशिश शुरू कर दी है. कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक नेताओं के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने को मुद्दा बना रहे हैं. हालांकि वो लोगों को कमलनाथ सरकार में हुए काम भी गिना रहे हैं.
आजतक से बात करते हुए सुरेश राजे बताते हैं कि क्षेत्र की जनता में इस बात को लेकर गुस्सा है कि उनका वोट बिक गया इसलिए अब की बार चुनावी नतीजे चौंकाने वाले होंगे.