scorecardresearch
 

MP निकाय चुनाव: ग्वालियर में कांग्रेस, AAP-ओवैसी भी चमके, BJP ने चार निगम गंवाए

Madhya Pradesh Municipal election result: रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, बुरहानपुर, सिंगरौली, सागर, सतना, छिंदवाड़ा और खंडवा के नगर निकाय के रिजल्ट आए हैं. पहले इन सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था. मगर, इस बार के चुनाव में बीजेपी सिर्फ 7 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई.

Advertisement
X
भोपाल में बीजेपी की मेयर उम्मीदवार मालती राय ने जीत दर्ज की है. उन्होंने पार्टी नेताओं का मुंह मीठा कराया.
भोपाल में बीजेपी की मेयर उम्मीदवार मालती राय ने जीत दर्ज की है. उन्होंने पार्टी नेताओं का मुंह मीठा कराया.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बीजेपी ने इंदौर, भोपाल समेत सात सीटें जीतीं
  • कांग्रेस जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा में जीती
  • AAP ने सिंगरौली में मेयर का चुनाव जीता

मध्य प्रदेश निकाय चुनाव में पहले चरण की वोटिंग के परिणाम आ गए हैं. रविवार को 11 नगर निगमों के रिजल्ट ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. बीजेपी को चार सीटें गंवानी पड़ी हैं. जबकि पहली बार आम आदमी पार्टी ने निकाय चुनाव में मेयर पद पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस को भी बड़ा फायदा हुआ है. 2015 में एक भी सीट नहीं जीतने वाली कांग्रेस इस बार 3 मेयर बनाने में सफल हुई है. रोचक बात यह है कि कांग्रेस के तीन वर्तमान विधायक मेयर का चुनाव भी हारे हैं. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी जीत का स्वाद चखा है. ओवैसी की पार्टी के 4 पार्षद निर्वाचित हुए हैं.

Advertisement

रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, बुरहानपुर, सिंगरौली, सागर, सतना, छिंदवाड़ा और खंडवा के नगर निकाय के रिजल्ट आए हैं. पहले इन सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था. मगर, इस बार के चुनाव में बीजेपी सिर्फ 7 सीटों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, सतना, खंडवा और बुरहानपुर में ही जीत दर्ज कर पाई. जबकि ग्वालियर, जबलपुर और छिंदवाड़ा ने कांग्रेस ने छीन ली. यहां कांग्रेस के उम्मीदवार मेयर बने. इसके अलावा, सिंगरौली में AAP की रानी अग्रवाल ने जीत दर्ज की. प्रदेश में AAP ने पहली बार मेयर का चुनाव जीता है.

ओवैसी और AAP ने भी चौंकाया

इतना ही नहीं, मध्य प्रदेश के निकाय चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने एंट्री की है. अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, ओवैसी की पार्टी ने जबलपुर में पार्षद की दो सीटों पर कब्जा जमाया है. इसके अलावा, एक सीट खंडवा में जीती और एक सीट बुरहानपुर में जीती है. निकाय चुनाव में मध्य प्रदेश में पहली चुनावी जीत दर्ज की है. वहीं, निवाड़ी जिले के ओरछा में AAP ने पार्षद का चुनाव भी जीता है. ओरछा में वार्ड नंबर 3 से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी गीता कुशवाहा ने 30 वोटों से भाजपा की कुसुम देवी को चुनाव हरा दिया है. 

Advertisement

सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस पहली बार मेयर का चुनाव जीती

वहीं, ग्वालियर में बीजेपी को करारी मिली. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी शोभा सिकरवार ने मेयर का चुनाव जीता. जबकि बीजेपी उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे. इसी तरह, जबलपुर में भी बीजेपी की अप्रत्याशित हार देखने को मिली. यहां कांग्रेस के जगत बहादुर सिंह चुनाव जीते. सागर में फिल्म अभिनेता मुकेश तिवारी (चाइना गेट वाले जगीरा) की भाभी संगीता तिवारी बीजेपी प्रत्याशी थीं. वे मेयर का चुनाव जीत गई हैं.

इन शहरों में बीजेपी के मेयर बने...

- खंडवा से अमृता यादव जीतीं. उन्होंने कांग्रेस की आशा मिश्रा को 19763 वोटों से हराया.
- बुराहनपुर से माधुरी पटेल जीतीं. उन्होंने कांग्रेस की शहनाज इस्माइल अंसारी को 542 वोटों से हराया. 
- उज्जैन से मुकेश टटवाल जीते. उन्होंने कांग्रेस के महेश परमार को 736 वोटों से हराया. बता दें कि महेश परमार उज्जैन जिले की तराना सीट से विधायक हैं.
- सागर से संगीता तिवारी जीतीं. उन्होंने कांग्रेस की निधि जैन को 12665 वोटों से हराया.  
- सतना से योगेश ताम्रकार जीते. उन्होंने कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाह को हराया. बता दें कि सिद्धार्थ कुशवाह कांग्रेस से विधायक हैं.
- इंदौर से पुष्यमित्र भार्गव जीते. उन्होंने कांग्रेस के संजय शुक्ला को 1,32,957 मतों से हराया. बता दें कि संजय शुक्ला भी कांग्रेस से विधायक हैं. 
- भोपाल में मालती राय जीतीं. उन्होंने कांग्रेस की विभा पटेल को हराया. 

Advertisement

कांग्रेस के ये मेयर बने... 

- छिंदवाड़ा के विक्रम अहाके जीते. उन्होंने बीजेपी के अनंत धुर्वे को 3786 वोटों से  हराया. 
- जबलपुर में जगत बहादुर सिंह जीते. उन्होंने बीजेपी के डॉ. जितेंद्र जामदार को 44000 मतों से हराया. 
- ग्वालियर में शोभा सिकरवार जीतीं. उन्होंने बीजेपी की सुमन शर्मा को हराया.  

AAP की मेयर..

- सिंगरौली से रानी अग्रवाल जीतीं. उन्होंने बीजेपी के चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को 9352 वोटों से हराया. 

चुनाव हारे कांग्रेस उम्मीवार की हार्टअटैक से मौत

रीवा जिले के हनुमना में पार्षदी का चुनाव हारने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी की हार्ट अटैक से मौत हो गई. नगर परिषद के वार्ड 9 से कांग्रेस की टिकट पर हरिनारायण गुप्ता मैदान में थे. लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी अखिलेश गुप्ता ने 14 मतों से हरिनारायण को पराजित कर दिया. इसकी खबर आने के बाद हार्ट अटैक आ गया और मौत हो गई.

यह भी जानिए...

- नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की 1999 में 2, 2004 में 2, 2009 में 3, 2015 में एक भी सीट नहीं थी. 
- ग्वालियर नगर निगम में 57 साल बाद कांग्रेस जीती. जबलपुर में 23 साल बाद कांग्रेस को जीत मिली.
- खंडवा में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की महापौर प्रत्याशी कनीज बी ने कुल 9601 मत हासिल किए. AIMIM की एक पार्षद भी निर्वाचित हुई हैं.
- खंडवा में बीजेपी ने लगातार पांचवी बार नगर निगम में अपना कब्जा जमाया है.
- इंदौर के 85 वॉर्ड में बीजेपी 64, कांग्रेस 19 और 2 निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते हैं.
- सिंगरौली में AAP के पांच पार्षद भी चुनाव जीते हैं.
- बुरहानपुर में ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी के उम्मीदवार शाहिस्ता सुहैल को 10,274 वोट मिले. 

Advertisement

पहले इन सभी 11 शहरों में बीजेपी के मेयर थे...
इससे पहले बुरहानपुर में बीजेपी से अनिल भोंसले, खंडवा में सुभाष कोठारी, सतना में ममता पांडे, सागर में अभय दरे, उज्जैन में मीना जोनवाल, भोपाल में आलोक शर्मा, इंदौर में मालिनी गौड़, जबलपुर में स्वाति सदानंद गोडबोले, छिंदवाड़ा में कांता सदारंग, ग्वालियर में विवेक शेजवलकर, सिंगरौली में प्रेमवती खैरवार मेयर चुने गए थे.

शिवराज ने कहा- हमारे सबसे ज्यादा पार्षद चुनाव जीते

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नगरीय निकाय चुनावों के पहले चरण में बीजेपी ने 11 में 7 नगर निगम, 36 में 27 नगर पालिका, 86 में 64 नगर परिषद पर जीत दर्ज की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तीन और आम आदमी पार्टी ने एक सीट जीती है. हालांकि, इन तीनों (नगर निगमों) में भी कांग्रेस पूरी तरह से नहीं जीत पाई है. क्योंकि भाजपा के ज्यादा पार्षद जीतें हैं. ग्वालियर में 66 सीटों में से भाजपा ने 36 और कांग्रेस ने 29 सीटों पर जीत हासिल की है. जबलपुर में 79 सीटों में से भाजपा ने 39 सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस के 30 पार्षद जीते हैं.

चौहान ने कहा कि नगर पालिका चुनावों में जहां जीत का अनुपात पहले 55-45 फीसदी के दायरे में था, इस बार पहले चरण के बाद 36 में से बीजेपी ने 27, कांग्रेस ने चार और निर्दलीय ने पांच सीटें जीती हैं. इसी तरह सिंगरौली में भी 45 वार्ड में से 23 बीजेपी के पास और 13 कांग्रेस के पास हैं. नगर पालिकाओं में पांच निर्दलीय जीते हैं. भाजपा यहां सत्ता में आएगी. पार्टी इन पांचों का समर्थन करेगी.

Advertisement

कांग्रेस ने कहा- 57 साल बाद जीता ग्वालियर

कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि उसने 57 साल बाद ग्वालियर में मेयर का पद जीता. 23 साल बाद जबलपुर में जीत दर्ज की. कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में पहली बार “जीत” दर्ज की है. प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा- परिणाम कांग्रेस के लिए उत्साहजनक हैं. हमने छिंदवाड़ा, जबलपुर और ग्वालियर में तीन मेयर चुनाव जीते हैं. हमारे नगरसेवकों ने बड़ी संख्या में नगर निकाय चुनाव भी जीते हैं. हमने 50 साल बाद ग्वालियर शहर में मेयर का चुनाव जीता. पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर पुलिस और प्रशासन की मदद से चुनाव जीतने का आरोप लगाया.

आज 11 नगर निगमों के नतीजे आए

मध्य प्रदेश में 16 नगर पालिका निगम, 99 नगर पालिका परिषद और 298 नगर परिषद समेत 413 नगर पालिकाओं के लिए स्थानीय निकाय चुनाव दो चरणों में 6 और 13 जुलाई को हुए थे. पहले चरण के तहत 11 नगर निगमों में मतदान हुआ था. इसके लिए रविवार सुबह 9 बजे मतगणना शुरू हुई. आज 36 नगर पालिकाओं और 86 नगर परिषदों के परिणाम भी आए हैं. 

Advertisement
Advertisement