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केरल के मल्लपुरम में Mpox का संदिग्ध केस, दुबई से लौटा था शख्स

केरल के मलप्पुरम जिले में मंकीपॉक्स वायरस का संदिग्ध मामला सामने आया है. दुबई से लौटे शख्स में इसका लक्षण पाया गया है और पता चलने के तुरंत बाद शख्स ने खुदको परिवार से अलग कर लिया था और प्राइवेट अस्पताल में एडमिट था. अब उसे मंजेरी अस्पताल में रेफर किया गया है. उसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और पुष्टि के लिए रिपोर्ट का इंतजार है.

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केरल में मंकीपॉक्स का संदिग्ध केस (AP Photo/Moses Sawasawa)
केरल में मंकीपॉक्स का संदिग्ध केस (AP Photo/Moses Sawasawa)

केरल के मलप्पुरम में मंकीपॉक्स के एक संदिग्ध मामले की पहचान हुई है. दुबई से हाल ही में लौटे एक शख्स में इस बीमारी के लक्षण दिखाई दिए हैं. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जानकारी दी कि शख्स ने लक्षणों का पता चलते ही खुदको परिवार से अलग कर लिया और उसे फिलहाल मंजेरी मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में रखा गया है.

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केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मरीज के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इससे पहले, जिले के एक स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मरीज कुछ दिन पहले ही केरल आया था और बीमार पड़ने के बाद वह पहले एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती था.

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26 वर्षीय एक शख्स मंकीपॉक्स से संक्रमित

अधिकारी ने कहा, "उसे वहां से मंजेरी मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया है. मंकीपॉक्स का संदेह जताते हुए हमने उनके सैंपल कोझिकोड मेडिकल कॉलेज भेजे हैं. जांच रिपोर्ट का इंतजार है." पिछले सप्ताह, राष्ट्रीय राजधानी से मंकीपॉक्स का एक नया मामला सामने आया था जब हरियाणा के हिसार का एक 26 वर्षीय शख्स इस वायरस से संक्रमित पाया गया था. उसे दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती किया गया था.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे एक अलग मामला करार दिया था. मंत्रालय के मुताबिक, जुलाई 2022 से अब तक भारत में रिपोर्ट किए गए 30 अन्य मंकीपॉक्स के मामलों से अलग था. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को हाल ही में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था, और भारत में पाए गए मामले उससे अलग हैं. वैश्विक संगठन ने पिछले महीने ही मंकीपॉक्स को दूसरी बार PHEIC घोषित किया था.

कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?

मंकीपॉक्स वायरस आमतौर पर आत्म-सीमित होता है, जो दो से चार सप्ताह के बीच रहता है. यह सामान्य तौर पर लंबे समय तक और करीबी कॉन्टेंक्ट से फैलता है. इसके लक्षणों में बुखार, दाने और सूजन वाली लिम्फ नोड्स होती हैं.

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मल्लपुरम में निपाह वायरस से मौतें

केरल के मलप्पुरम जिले में हाल ही में हुई एक 24 वर्षीय युवा की निपाह संक्रमण से मौत के बाद कंटेनमेंट जोन स्थापित किए गए थे. सरकार ने रविवार को पुष्टि की कि 9 सितंबर को जान गंवाने वाला शख्स निपाह वायरस से संक्रमित था. 21 जुलाई को मलप्पुरम के एक लड़के की निपाह संक्रमण से मौत की भी जानकारी सामने आई थी.

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