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मुख्तार अंसारी केस: जांच के लिए SIT गठित, पंजाब से लाई जाएगी एंबुलेंस

बाराबंकी के एडिशनल एसपी नॉर्थ की अगुवाई में एसआईटी गठित की गयी है. एसआईटी की एक टीम मऊ में डॉ. अलका राय और मुख्तार अंसारी के एंबुलेंस कनेक्शन की जांच करेगी.

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बुधवार को मोहाली कोर्ट लाया गया था मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो)
बुधवार को मोहाली कोर्ट लाया गया था मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी नंबर की एंबुलेंस से मोहाली कोर्ट गया था मुख्तार अंसारी
  • एंबुलेंस मामले में SIT गठित

पंजाब की रोपड़ जेल में बंद उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बुधवार को मोहाली की कोर्ट में पेश हुआ. पता चला है कि इस दौरान जिस यूपी नंबर की एंबुलेंस से मुख्तार मोहाली कोर्ट गया था, वो एंबुलेंस एक निजी एंबुलेंस थी, जिसका रजिस्ट्रेशन बाराबंकी में एक निजी अस्पताल के नाम से है. अब यह एंबुलेंस चर्चा में आ गई है. जिसकी जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है. 

जानकारी के मुताबिक बाराबंकी के एडिशनल एसपी नॉर्थ की अगुवाई में एसआईटी गठित की गयी है. एसआईटी की एक टीम मऊ में डॉ. अलका राय और मुख्तार अंसारी के एंबुलेंस कनेक्शन की जांच करेगी. बताया जा रहा है कि एक टीम अलका राय से पूछताछ करने के लिए मऊ रवाना हो चुकी है. वहीं दूसरी टीम पंजाब जाकर एंबुलेंस को लेकर आएगी. इसको लेकर सीओ हैदर गढ़ नवीन सिंह के अगुवाई में टीम पंजाब जाकर मुख्तार अंसारी के पास मौजूद बाराबंकी नंबर की एंबुलेंस बाराबंकी लाएगी. 

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दरअसल, मोहाली के एक बिल्डर से फिरौती मांगने के मामले में मुख्तार अंसारी की बुधवार को मोहाली कोर्ट में पेशी थी. इसके लिए वो रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट पहुंचा था. रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट तक मुख्तार को यूपी नंबर की एक निजी एंबुलेंस से लाया गया.

छानबीन करने पर पता चला कि वो एंबुलेंस यूपी में बाराबंकी के एक निजी अस्पताल के नाम पर रजिस्टर्ड है. एंबुलेंस का नंबर यूपी 41 एटी 7171 है. यूपी में एंबुलेंस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का बयान है कि मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल से नहीं जुड़ी है. अब इस मामले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है.
 

बसपा सांसद अतुल राय ने बताया अपनी जान का खतरा

उधर, बसपा सांसद अतुल राय ने बसपा विधायक मुख्तार अंसारी से खुद को जान का खतरा बताया है. बसपा सांसद ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी तक को इस संबंध में एक पत्र लिखा है, जिसमें अतुल राय ने कहा है कि नैनी जेल में मुख्तार के आने से उनकी जान को खतरा होगा.

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सांसद ने अपने पत्र में वाराणसी, सोनभद्र से लेकर मऊ तक के कई मामलों का उल्लेख किया है. उन्होंने पत्र लिखकर मुख्तार को नैनी जेल में शिफ़्ट ना करने की मांग की है. दरअसल, बसपा सांसद अतुल राय भी प्रयागराज की नैनी जेल में ही बंद है. उनके खिलाफ रेप का मामला चल रहा है.

 

 

 

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