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'बोट में नहीं थे लाइफ जैकेट, मौसी और बहन के साथ था, तभी टक्कर...', गाजीपुर के शख्स की आपबीती

यह घटना बुधवार दोपहर चार बजे के आसपास की है. इस टक्कर में नेवी की स्पीड बोट में सवार तीन लोगों की भी मौत हो गई. रेस्क्यू ऑपरेशन क दौरान नेवी और स्थानीय टीमों ने मिलकर यात्रियों को बचाने का प्रयास किया.

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मुंबई नाव हादसा
मुंबई नाव हादसा

मुंबई में पैसेंजर नाव से नेवी की स्पीड बोट की टक्कर में 13 लोगों की मौत हो गई है. नेवी की स्पीड बोट ने एलिफेंटा की ओर जा रही नीलकंठ नाम की फेरी में जोरदार टक्कर मार दी. इस घटना में 115 लोगों को रेस्क्यू किया गया है जबकि दो लापता हैं. वहीं, दो लोगों की हालत  चिंताजनक बनी हुई है.

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यह घटना बुधवार दोपहर चार बजे के आसपास की है. इस टक्कर में नेवी की स्पीड बोट में सवार तीन लोगों की भी मौत हो गई. रेस्क्यू ऑपरेशन क दौरान नेवी और स्थानीय टीमों ने मिलकर यात्रियों को बचाने का प्रयास किया.

इस दौरान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के शख्स गौतम गुप्ता ने हादसे की आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि वह अपनी मौसी और मौसेरी बहन को लेकर एलिफेंटा घूमने जा रहे थे. इस हादसे में उनकी मौसी की मौत हो गई.

गौतम ने बताया कि बोट में किसी के पास सेफ्टी जैकेट नहीं था. हादसे के बाद हमने कई लोगों को पानी से निकालकर बोट की ओर खींचा. करीब 20 से 25 मिनट बाद नेवी ने हमें रेस्क्यू किया, लेकिन तब तक हमने अपनी मौसी को खो दिया.

वहीं, राजस्थान के जालौर के रहने वाले श्रवण कुमार ने इस हादसे का वीडियो बनाया है. श्रवण ने बताया कि नेवी की स्पीड बोट स्टंट कर रही थी. हमें ये देखकर शक हुआ, इसलिए वीडियो बनाना शुरू किया. कुछ ही पलों में बोट ने हमारी फेरी को टक्कर मार दी. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

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इससे पहले एक और प्रत्यक्षदर्शी गणेश ने बताया था कि नेवी की स्पीड बोट अरब सागर में चक्कर लगा रही थी, जबकि हमारी नाव मुंबई के पास एलीफेंटा आईलैंड की ओर जा रही थी. मैं दोपहर 3.30 बजे नाव पर चढ़ा था. मेरे दिमाग में एक पल के लिए ये विचार आया कि नेवी की नाव हमारी नाव से टकरा सकती है और अगले ही कुछ सेकंड में ये हादसा हो गया. गणेश नीलकमल नाव पर सवार था, जिससे नेवी की स्पीड बोट टकराई. हैदराबाद के रहने वाले गणेश उन 99 लोगों में पहले व्यक्ति थे, जिन्हें रेस्क्यू किया गया.

गणेश ने बताया था कि नाव पर बच्चों सहित 100 से अधिक यात्री सवार थे, मैं दोपहर 3.30 बजे टिकट खरीदने के बाद नाव पर चढ़ा और डेक पर चला गया. नीलकमल नाव मुंबई तट से लगभग 8 से 10 किमी दूर थी, मैंने देखा कि स्पीड बोट पूरी स्पीड से चक्कर लगा रही थी. जैसे ही स्पीड बोट हमारी नाव से टकराई, समुद्र का पानी हमारे जहाज में आने लगा, जिसके बाद नाव के कैप्टन ने यात्रियों से लाइफ जैकेट पहनने को कहा, क्योंकि नाव पलटने लगी थी. उन्होंने कहा कि हमारी नाव पर सवार एक नौसेना कर्मी की दुर्घटना में पैर कटने से मौत हो गई. 

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बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. पुलिस ने इस मामले में नौसेना के स्पीड बोट चालक और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(1), 125(a)(b), 282, 324(3)(5) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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