मशहूर शायर मुनव्वर राना एक बार फिर सुर्खियों में हैं. बेटे तबरेज राना पर हुई फायरिंग के मामले में उन्होंने खुद की जान को खतरा बताते हुए गंभीर सवाल उठाए थे. लेकिन अब पुलिस ने खुलासा किया है कि मुनव्वर राना के बेटे ने अपने चाचा और चचेरे भाइयों को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी. इस पूरे मामले के पीछे संपत्ति विवाद है. हालांकि, ये कोई पहला मामला नहीं है जब शायर मुनव्वर राना का नाम किसी विवाद से जुड़ा हो. इसके पहले भी वह अपने बयानों से विवादों में रहे हैं.
बेटे पर हुआ हमला तो पुलिस पर लगाया आरोप
बीती रात लखनऊ में मुनव्वर राना (Munawwar Rana) के घर पुलिस की दबिश हुई. इस पर मुनव्वर राना ने कहा कि पुलिस ने उनके घर पर आकर गुंडागर्दी की. हालांकि, माना जा रहा है कि यह दबिश उनके बेटे के मामले से जुड़ी हो सकती है, जिन पर कुछ दिन पहले कथित तौर पर हमला हुआ था.
वहीं मुनव्वर राना की बेटी और कांग्रेस नेता फौजिया राना ने प्रशासन पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि मेरे बीमार पापा को भी परेशान किया गया, प्रशासन हमारे पापा और हम लोगों से बदला ले रही है, पुलिस बिना सर्च वारंट के घर के अंदर तक पहुंच आई.
फ्रांस में हुई हत्या पर दिया था विवादित बयान
पिछले साल कार्टून विवाद को लेकर फ्रांस में स्कूल टीचर की गला रेतकर हत्या करने की घटना को राना ने जायज ठहराया था. मुनव्वर राना ने तर्क देते हुए कहा था कि अगर मजहब मां के जैसा है, अगर कोई आपकी मां का, या मजहब का बुरा कार्टून बनाता है या गाली देता है तो वो गुस्से में ऐसा करने को मजबूर हैं.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को चिढ़ाने के लिए ऐसा कार्टून बनाया गया. किसी को इतना मजबूर न करो कि वो कत्ल करने पर मजबूर हो जाए. उनके इस बयान पर खूब विवाद हुआ था. इस बयान पर उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. हालांकि, बाद में उन्होंने इस पर सफाई भी दी थी.
किसान आंदोलन पर लिखे शेर पर भी हुआ विवाद
इसी साल जनवरी में मुनव्वर राना ने किसान आंदोलन पर ट्विटर पर एक शेर लिखा था, जिस पर विवाद हो गया. अपने इस शेर में मुनव्वर राना ने संसद को गिरा कर खेत बनाने की बात कही और सेठों के गोदामों को जला देने की बात कही थी. हालांकि, विवाद होने पर उन्होंने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया.
यूपी में डर लगने लगा है
सीएए-एनआरसी प्रोटेस्ट के दौरान मुनव्वर राना ने उत्तर प्रदेश की सरकार का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्हें योगी के राज में यूपी में डर लगने लगा है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि बीजेपी का मकसद मुल्क को हिंदू राष्ट्र बनाना है. सीएए-एनआरसी के विरोध में बयानबाजी के चलते मुनव्वर राना और उनकी बेटियां भी सुर्खियों में रहीं थीं.
राम मंदिर और पूर्व चीफ जस्टिस पर की थी टिप्पणी
अयोध्या विवाद में राम मंदिर के हक में सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद मुनव्वर राना ने तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर ही आरोप लगा दिया था. उनका कहना था कि इस मामले में कहीं न कहीं हिंदुओं का पक्ष लिया गया.