आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में जाना पहचाना नाम बन चुकी 39 साल की सूचना सेठ (Suchana Seth) ने ऐसी वारदात को अंजाम दिया है, जिसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है. वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एथिक्स एक्सपर्ट, डेटा साइंटिस्ट और स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई लैब की फाउंडर और सीईओ है. उसने अपने 4 साल के बेटे की 8 जनवरी की रात को गोवा के एक होटल के कमरे में निर्मम हत्या की.
बेटे की हत्या के बाद सूचना सेठ ने अपना बायां हाथ काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की. मगर, उसके बाद उसका मन बदल गया. उसने अपने बच्चे के शव को बैग में पैक कर दिया. इसके बाद 30 हजार रुपये खर्च कर टूरिस्ट टैक्सी मंगवाई और बेंगलुरु के लिए रवाना हो गई.
पति से तलाक के बाद डिप्रेशन में थी सूचना सेठ
पुलिस का कहना है कि पति के साथ तनावपूर्ण संबंधों के चलते महिला ने इस वारदात को अंजाम दिया है. सूचना सेठ से गोवा पुलिस पूछताछ कर रही है. दरअसल, साल 2020 में उसका पति के साथ तलाक हो गया था. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि पति अपने बेटे से हर रविवार को मिल सकता है.
कोर्ट के फैसले के बाद सूचना डिप्रेशन में आ गई क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि उसका पति बच्चे से कभी दोबारा मिले. लिहाजा, उसने बच्चे की हत्या का षड्यंत्र रच दिया, ताकि न बच्चा रहेगा और न ही उसका पति उससे कभी दोबारा मिल सकेगा.
घुमाने का बहाना, 3 दिन गोवा में मस्ती फिर…
सूचना सेठ गोवा घुमाने के बहाने 6 जनवरी को बेंगलुरू से फ्लाइट में चार साल के बेटे को लेकर गोवा पहुंचती है. फिर कैंडोलिम इलाके के सोल बनयान ग्रैंड होटल में पहुंचती है. इसके बाद तीन दिनों तक यानी 8 जनवरी तक गोवा के अलग-अलग इलाकों में बच्चे के साथ घूमते-फिरते मस्ती करती है.
30 हजार रुपये में की कैब बुक और निकल गई बेंगलुरू
सूचना सेठ ने 8 फरवरी की रात बच्चे की हत्या कर दी. इसके बाद उसने खुद भी आत्महत्या करने के बारे में सोचा, लेकिन बाद में मन बदल गया. बच्चे की लाश बैग में पैक की और होटल के कमरे में फैला खून साफ कर दिया. फिर करीब 10 बजे होटल के रिसेप्शन पर फोन कर बेंगलुरु के लिए एक कैब बुक कराने को कहा. 30 हजार रुपये में बुक हुई इनोवा कार 8 और 9 जनवरी की दरमियानी रात करीब 1 बजे होटल के बाहर पहुंच गई.
बच्चे की लाश वाला बैग कार में रखकर सूचना भी उसमें सवार होकर बेंगलुरू के लिए निकल पड़ी. मगर, 7 घंटे बाद सुबह करीब 8 बजे जब रूम सर्विस का स्टाफ कमरे की सफाई के लिए पहुंचा, तो उसे वहां खून के छींटे दिखे. लिहाजा, उसने मैनेजर को बुलाया. मैनेजर ने तुरंत कलिंगुट पुलिस स्टेशन में फोन कर घटना की जानकारी दी.
सीसीटीवी फुटेज देखकर पुलिस को हो गया था शक
मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले होटल के सीसीटीवी फुटेज देखे, तो महिला के साथ एक बच्चे के वहां आने की पुष्टि हुई. मगर, सूचना के वहां से निकलने पर बच्चा साथ नहीं दिखा. लिहाजा, पुलिस ने ट्रैवल एजेंसी से संपर्क कर कैब ड्राइवर का नंबर मांगा. इसके बाद कैब ड्राइवर को फोन किया.
अब तक कार गोवा से निकलकर कर्नाटक पहुंच चुकी थी. ड्राइवर से बात होने पर गोवा पुलिस ने कहा कि पीछे सीट पर बैठी मैडम से बात कराइए. सूचना के फोन लाइन पर आने पर पुलिस ने पहला सवाल पूछा कि आपका बच्चा कहां है? इस पर सूचना ने कहा कि वह एक रिश्तेदार के घर पर रुका है और वह कुछ दिन बाद पहुंचेगा.
पुलिस को बरगलाने के लिए दिया फर्जी एड्रेस
हालांकि, पुलिस का माथा ठनका कि यदि महिला का कोई रिश्तेदार इस शहर में था, तो वह होटल में क्यों ठहरी थी? मगर, महिला द्वारा जिस आत्मविश्वास और बेबाकी से रिश्तेदार का पता दिया गया था, उसे लेकर पुलिस भी असमंजस में थी. बहरहाल, मामले की तस्दीक के लिए पुलिस की एक टीम तुरंत महिला के बताए गए ए़ड्रेस पर भेजी गई, तो पता चला कि वह एड्रेस ही गलत है.
कैब ड्राइवर से पुलिस ने कहा तुरंत नजदीकी थाने पहुंचे
इसके बाद पुलिस का शक पुख्ता हो गया कि बच्चे के साथ कुछ अनहोनी हो चुकी है. लिहाजा, पुलिस ने इनोवा के ड्राइवर को दोबारा फोन कर कहा कि कैब को तुरंत नजदीकी थाने में ले जाकर वहां के पुलिसकर्मियों से बात कराओ. अब तक कार गोवा से करीब 350 किमी दूर और बेंगलुरु से 200 किलोमीटर पहले कर्नाटक के चित्रदुर्ग इलाके में पहुंच चुकी थी.
ड्राइवर को जैसे ही आईमंगला पुलिस स्टेशन दिखाई दिया, वह तुरंत गाड़ी को लेकर पुलिस स्टेशन चला गया. वहां उसने गोवा पुलिस को फोन मिलाकर आईमंगला पुलिस स्टेशन में मौजूद पुलिसकर्मियों से बात करा दी. गोवा पुलिस के कहने पर महिला के बैग की तलाशी ली गई और उसमें से कर्नाटक पुलिस ने बच्चे का शव बरामद कर लिया.
कर्नाटक पुलिस ने तुरंत ही सूचना को हिरासत में ले लिया और गोवा पुलिस को मामले की जानकारी दी. गोवा के डीजीपी जसपाल सिंह ने बताया कि गोवा पुलिस की टीम ने आईमंगला थाने में पहुंचकर महिला को गिरफ्तार कर लिया है. उससे आगे की पूछताछ की जा रही है.