यूपी के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में रविवार को किसानों की महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) हो रही है. इसमें 300 से ज्यादा किसान संगठनों के जुटने का दावा है. संयुक्त किसान मोर्चा ने तो ये तक दावा किया है कि ये किसानों की अब तक सबसे बड़ी महापंचायत है.
रविवार सुबह से ही मुजफ्फरनगर की सड़कों पर किसान दिख रहे हैं. हजारों किसान उस जीआईसी मैदान में मौजूद हैं, जहां महापंचायत हो रही है तो इससे कहीं ज्यादा किसान सड़कों और मैदान के बाहर दिखाई पड़ रहे हैं.
इस बीच बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने किसानों के मुद्दे को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें भीड़ दिखाई दे रही है. उन्होंने लिखा है कि हमें किसानों का दर्द समझने की जरूरत है.
वरुण गांधी ने लिखा, 'आज मुजफ्फरनगर में लाखों किसान प्रदर्शन में जुटे हैं. वो हमारे अपने ही खून हैं. हमें उनके साथ दोबारा सम्मानजनक तरीके से बात करनी चाहिए. उनके दर्द, उनके नजरिए को समझें और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करने की जरूरत है.'
Lakhs of farmers have gathered in protest today, in Muzaffarnagar. They are our own flesh and blood. We need to start re-engaging with them in a respectful manner: understand their pain, their point of view and work with them in reaching common ground. pic.twitter.com/ZIgg1CGZLn
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 5, 2021
10 महीने से चल रहा किसान आंदोलन
पिछले साल सितंबर में केंद्र सरकार ने खेती से जुड़े तीन कानून लागू किए थे. इन्हीं तीन कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. किसान और सरकार के बीच 11 बार बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन कोई सहमति नहीं बनी. किसान चाहते हैं कि सरकार तीनों कानूनों को रद्द करे और MSP पर गारंटी का कानून लेकर आए. लेकिन सरकार का कहना है कि वो कानूनों को वापस नहीं ले सकती. अगर किसान चाहते हैं, तो उनके हिसाब से इसमें संशोधन किए जा सकते हैं.