पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. छात्रों ने पहले ही 'नबन्ना अभियान' प्रदर्शन का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है. हावड़ा ब्रिज को सील कर दिया गया है. ब्रिज पर लोहे की दीवार खड़ी की गई है, जिसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने खींचकर हटा दिया है. 4 छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
नबन्ना अभियान के तहत आज दिन में हावड़ा में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद अब कोलकाता के लालबाजार में प्रदर्शन शुरू हो गया है. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया है. नबन्ना अभियान में कोलकाता पुलिस द्वारा कुल 126 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 103 पुरुष और 23 महिलाएं हैं. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प में 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
#WATCH | West Bengal: Protestors break away Police barricades, chant slogans and agitate over RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case.
— ANI (@ANI) August 27, 2024
Visuals near outside Kolkata Police (Head Quarters) in Lal Bazar, Kolkata. pic.twitter.com/TkbguqNIw4
बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को कोलकाता पुलिस मुख्यालय जाते समय पुलिस ने रास्ते में रोक दिया. सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ता कोलकाता पुलिस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने नबन्ना प्रोटेस्ट मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, 'कोलकाता से पुलिस की मनमानी की तस्वीरों ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों को महत्व देने वाले हर व्यक्ति को नाराज कर दिया है. दीदी के पश्चिम बंगाल में बलात्कारियों और अपराधियों की मदद करना तो मूल्यवान है लेकिन महिला सुरक्षा के लिए बोलना अपराध है.'
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने नबन्ना अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के बल प्रयोग की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, हमें पता चला कि कुछ पुलिसकर्मी नशे में थे. पुलिस ने केमिकल मिले पानी का छिड़काव किया. क्या छात्रों ने कुछ गलत किया है? नशे की हालत में पुलिस ने महिला के सिर पर डंडा मारा. यह बंगाल को बचाने के लिए आम लोगों का आंदोलन था. एक छात्र को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हमें नहीं पता कि उसे गोली लगी है या आंसू गैस के शेल से चोट लगी है. इससे यह साबित हो गया है कि वाम मोर्चा राज्य की सत्ताधारी पार्टी से सेटिंग करने में जुटा है. हम अदालत के आदेश के बाद कल या परसों से धरने पर बैठेंगे, हमने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है जिस पर कल सुनवाई होगी. पुलिस ने हमें धरना देने की अनुमति नहीं दी है. बीजेपी की महिला मोर्चा 30 अगस्त को महिला आयोग के कार्यालय पर 'ताला लगाओ अभियान' आयोजित करेगी. हम आज की घटना के विरोध में कल 12 बजे बंगाल बंद का आह्वान कर रहे हैं. सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक स्ट्राइक होगी.
करीब 1000 प्रदर्शनकारी हेस्टिंग्स इलाके में पहुंचे. उनमें से कुछ बैरिकेड्स पर चढ़ गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ा. पुलिस ने नबन्ना (राज्य सचिवालय) तक प्रोटेस्ट मार्च को रोकने के लिए हावड़ा ब्रिज पर बैरिकेड लगा दिए थे, जिसे प्रदर्शनकारी फांद कर आगे बढ़ने लगे. अराजक स्थिति उत्पन्न होने के कारण पुलिस द्वारा पानी की बौछारें की गईं और लाठीचार्ज का सहारा लिया गया.
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जारी प्रोटेस्ट के बीच यह आंदोलन हिंसक हो गया है. पुलिस अतिक्रमणकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही है तो वहीं प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव कर रहे हैं. इस बीच कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को पीटते दिख रहे हैं.
लाठीचार्ज, वाटर कैनन से बौछारों की बरसात और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी हावड़ा ब्रिज से पीछे हटने को तैयार नहीं है. पुलिस-प्रशासन जहां एक तरफ प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने की कोशिश कर रहा है तो वहीं आंदोलनकारी हावड़ा ब्रिज पर ही धरना देकर बैठ गए हैं. इन प्रदर्शनकारियों में से कुछ के पास तिरंगा झंडा भी है.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सयानी घोष ने छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को गुंडागर्दी करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल गुंडों जैसा है. इसमें मुश्किल से ही कोई महिला नजर आ रही है. सिर्फ 4-5 राष्ट्रीय ध्वज हैं. यह विरोध-प्रदर्शन पिकनिक जैसा है, जिसमें प्रदर्शनकारी पानी की बौछार के नीचे ठंडा स्नान कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस उन पर आंसू गैस के गोले दाग रही है. प्रदर्शनकारी जैसे ही आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, पुलिस वाटर कैनन से उन्हें पीछे खदेड़ देती है, इस दौरान बीच-बीच में आंसू गैस के गोले भी दागे जाते हैं.
प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस वाटर कैनन की मदद से उन्हें पीछे धकेल रही है. हालांकि, पानी की तेज बौछारें पड़ने और पीछे धकेले जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी दोबारा उठकर फिर प्रदर्शन कर रहे हैं. मौके पर भारी तादाद में पुलिसबल तैनात है. आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को लाठी की मदद से भी खदेड़ा जा रहा है.
नबन्ना प्रोटेस्ट के लिए निकले छात्रों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी है. इस के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया है. इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई है. इसके साथ ही पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. पुलिस फिलहाल छात्रों को समझाने की कोशिश कर रही है कि वे यहां से हट जाएं. पुलिस उन्हें कह रही है कि उनका प्रदर्शन गैरकानूनी है.
छात्रों के इस प्रदर्शन को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस ने कई रास्तों को बंद किया है. ड्रोन से निगरानी की जा रही है.
इस प्रदर्शन का आयोजन रवीन्द्रभारती विश्वविद्यालय के एमए छात्र प्रबीर दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के शुभंकर हलदर और सयान लाहिड़ी नामक छात्रों द्वारा बुलाया गया है. इन छात्रों का कहना है कि उनका राजनीति से लेना-देना नहीं है लेकिन उनकी मांग है कि ममता बनर्जी सीएम पद से इस्तीफा दें.
कोलकाता पुलिस ने बैरिकेडिंग की है, लेकिन प्रदर्शनकारी भारी संख्या में सड़कों पर हैं. जगह-जगह नारेबाजी हो रही है.
सत्तारूढ़ टीएमसी ने इस प्रदर्शन के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताया है. टीएमसी का कहना है कि विपक्ष राज्य में अशांति फैलाना चाहती है और माहौल बिगाड़ने के लिए उसने इस प्रदर्शन को हवा दी है.
कोलकाता पुलिस ने बताया कि 'नबन्ना अभियान' को देखते हुए शहर में 6000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. कुल 19 पॉइंट पर बैरिकेड लगाए गए हैं. अलग,अलग महत्वपूर्ण जगहों पर 5 एल्युमीनियम बैरिकेड बनाए गए हैं. नबन्ना भवन के बाहर कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस का 3 लेयर सुरक्षा घेरा रहेगा. अधिकारियों को अधिक सतर्क रहने और सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की अपील की गई है. वाटर कैनन और बज्र वाहन भी तैयार रखे गए हैं.
छात्रों ने कहा कि विरोध एक फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारी 3 मांगे हैं. अभया के लिए न्याय, अपराधी के लिए मौत की सजा और ममता बनर्जी का इस्तीफा.