राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की संयुक्त बैठक में शुक्रवार को नरेंद्र मोदी को तीसरी बार सर्वसम्मति से नेता सदन के रूप में चुन लिया गया है. यानी नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. 9 जून की शाम 6 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा. पीएम मोदी की जब संसद के सेंट्रल हॉल में एंट्री हुई तो लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया. पीएम सबसे पहले संविधान को नमन करने पहुंचे. यहां उन्होंने हाथ जोड़े. फिर संविधान को माथे से लगाया और सिर रखकर प्रणाम किया.
पीएम मोदी का यह अंदाज हर किसी को पसंद आया. सदन में मौजूद नेताओं ने ताली बजाई और स्टैंडिंग ओवेशन दिया. पीएम जब मंच पर पहुंचे तो वहां बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वागत किया. पीएम ने भी हाथ जोड़कर सभी सदस्यों का अभिवादन किया. काफी देर तक सदन में तालियां गूंजती रहीं.
एनडीए ने हासिल किया है बहुमत
बताते चलें कि देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है. एनडीए ने 293 सीटें जीती हैं. बीजेपी को 240, टीडीपी को 16, जेडीयू को 12, शिवसेना को 7, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 सीटें मिली हैं. जेडीएस, आरएलडी, जेएसपी को दो-दो सीटें मिली हैं. अपना दल (S), AGP, AJSUP, HAM(S), NCP, SKM, UPPL को एक-एक सीट मिली है. विपक्षी इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिली हैं. 543 सीटों वाले सदन में बहुमत के लिए 272 सदस्यों का होना जरूरी है.
राजनाथ सिंह ने रखा मोदी के नाम का प्रस्ताव
शुक्रवार को सेंट्रल हॉल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को नेता सदन के रूप में चुने जाने के लिए प्रस्ताव रखा. जिसका सभी नवनिर्वाचित संसद सदस्यों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया और अपनी सहमति दी. राजनाथ सिंह का कहना था कि मोदी से बेहतर कोई नेता नहीं हो सकता है. इसलिए आप सबके सामने एनडीए, बीजेपी और लोकसभा में नेता सदन के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखता हूं. सदन में बैठे नेताओं ने इसका स्वागत किया. उसके बाद अमित शाह ने भी सभी सदस्यों को बधाई दी और प्रस्ताव का स्वागत किया. बाद में नितिन गडकरी ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया.