संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही के पांचवें दिन भी जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने नीट पेपर लीक का मुद्दा उठाया.
उन्होंने कहा कि नीट पेपर लीक का मुद्दा चिंताजनक है. इससे लाखों छात्र प्रभावित हुए हैं. ऐसे में हमें सामूहिक जिम्मेदारी लेनी होगी. मैं सभी सदस्यों से आग्रह करता हूं कि सदन को सुचारू ढंग से चलने दिया जाए.
उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार ने फैसला लिया है. सीबीआई जांच की जा रही है. अभी तक ये जांच पूरी नहीं हुई है. दो से तीन राज्यों में आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई हैं.
देवगौड़ा ने कहा कि मैं किसी का पक्ष नहीं लूंगा. लेकिन जहां तक इस मामले का सवाल है, हम सभी को जिम्मेदारी लेनी है. किसी एक शख्स पर इसकी जिम्मेदारी नहीं सौंपी जा सकती. सरकार भी जांच पूरी होने तक कोई फैसला नहीं ले सकती.
बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में नीट के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नीट का मुद्दा उठाया. राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत से पहले नीट को लेकर चर्चा की मांग की.
राहुल गांधी ने स्पीकर से दो मिनट टाइम मांगा. इस पर स्पीकर ने कहा कि आप दो मिनट नहीं, जितना आपकी पार्टी का समय है आप पूरा ले सकते हैं. आप डिटेल में बोलना. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप प्रतिपक्ष के नेता हैं, संसदीय मर्यादाओं का पालन कीजिए. इसके बाद राहुल गांधी ने कुछ कहा जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं माइक बंद नहीं करता हूं, यहां कोई बटन नहीं है. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के जो स्टूडेंट हैं, उन्हें जॉइंट मैसेज देना चाहते थे.
बता दें कि एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के घर हुई बैठक में इंडिया ब्लॉक की पार्टियों ने संसद में नीट पेपर लीक का मुद्दा उठाने का फैसला किया था. संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही राहुल गांधी ने ये मुद्दा उठाने की बात कह दी थी.