Resident Doctors Strike NEET PG Counselling 2021: नीट पीजी काउंसलिंग में देरी का विरोध कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपना प्रदर्शन और तेज कर दिया है. फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) के बैनर तले हो रहे इस प्रदर्शन को तब तक जारी रखने का फैसला लिया है, जब तक सोमवार की घटना के लिए दिल्ली पुलिस की ओर से लिखित माफी नहीं मांग ली जाती.
बुधवार को FORDA ने एक बयान जारी कर बताया कि आज आंदोलन का 13वां दिन था. क्योंकि अभी तक NEET PG Couselling में तेजी लाने और डॉक्टरों पर दर्ज FIR वापस लेने की हमारी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुईं हैं, इसलिए हमने आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है.
इसी बीच बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक याचिका भी दायर हुई थी जिसमें नीट पीजी में एडमिशन में EWS कोटा से जुड़े मामले में सुनवाई को आगे बढ़ाने की मांग की गई थी.
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FORDA की क्या हैं तीन मांगें?
1. 6 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद नीट पीजी काउंसलिंग की एक तारीख तय हो.
2. सोमवार को पुलिस ने डॉक्टरों से बदसलूकी की थी, उसके लिए अधिकारी लिखित में माफी मांगें.
3. प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स पर जो FIR दर्ज हुई है, उसे वापस लिया जाए.
सरकार से बातचीत के बाद भी नहीं निकला हल!
- मंगलवार को FORDA के प्रतिनिधियों और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई थी. इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) भी मौजूद थे. हालांकि, इस बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला.
- 24 दिसंबर को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को भी चिट्ठी लिख इस मामले को सुलझाने की मांग की थी. इस चिट्ठी में लिखा था NEET PG का एग्जाम जनवरी 2021 में हुआ था, लेकिन कोरोना के कारण इसे सितंबर 2021 में किया गया. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में मामला जाने से काउंसलिंग अभी तक नहीं हो सकी है. इससे 45 हजार डॉक्टरों की कमी हो गई है.