केंद्र सरकार देश की जनगणना से जुड़ा नया बिल अगले संसद सत्र में लेकर आएगी. इसमें सभी तरीके के डाटा की ऑनलाइन एंट्री होगी. जनसंख्या से जुड़ी हर एक जानकारी ऑनलाइन होगी. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जानकारी दी. उन्होंने सोमवार को दिल्ली में आयोजित समारोह में भारतीय जनगणना से जुड़ी यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि अगली जनगणना के आंकड़े भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मदद करेंगे.
शाह ने बताया कि विकास की मूल योजना से यह नया बिल जुड़ेगा, जिसमें जनसंख्या से जुड़े हर पहलू रहेंगे. जनगणना रजिस्टर के जरिए संबंधित विभागों को समय-समय पर पर्याप्त सूचना मिलेगी. उन्होंने बताया कि नई जनगणना देश के लिए बेहद सटीक और कारगर साबित होगी, क्योंकि इसमें सभी तरीके की जानकारी होगी. पिछले 70 सालों में जनगणना की सही जानकारी नहीं थी, इसलिए समय के मुताबिक सही बजट में योजना नहीं बनी.
'सटीक आंकड़े से ही बनाई जा सकती हैं विकास योजनाएं'
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शाह का कहना था कि विकास योजनाएं तभी बनाई जा सकती हैं जब सटीक आंकड़े उपलब्ध हों. मुझे विश्वास है कि अगली जनगणना के आंकड़े भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में मदद करेंगे. उन्होंने जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण के लिए बनाए गए वेब पोर्टल का भी उद्घाटन किया. शाह ने कहा, जन्म और मृत्यु का पंजीकरण किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें नागरिक डेटा, मतदाता सूची और लाभार्थियों के मूल्यांकन जैसे विभिन्न डेटा को बनाए रखने की जरूरत होती है.
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'जनगणना से जुड़ी जानकारी की किताब का विमोचन'
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि 1981 की जनगणना से लेकर अब तक की जानकारी वाली एक किताब का आज विमोचन किया गया है. जनगणना साहित्य प्रकाशनों की ऑनलाइन बिक्री आज से शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि इससे शोधार्थियों को काफी राहत मिलेगी.
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