उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए कोशिशें जारी हैं. इसी बीच नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अपनी लगभग सभी महत्वपूर्ण सुरंग परियोजनाओं का ऑडिट करने का फैसला किया है. माना जा रहा है कि उत्तरकाशी में टनल हादसे से सबक लेते हुए NHAI ने ये फैसला किया है.
सूत्रों के मुताबिक, NHAI ने ऑडिट के लिए अपने सभी रीजनल दफ्तरों से एक्सपर्ट हायर करने के लिए कहा है. दो दर्जन से अधिक परियोजनाओं का जल्द ही तत्काल आधार पर ऑडिट किया जाएगा. जिन एजेंसियों के पास सुरंग बनाने का काम करने का अनुभव है, जैसे डीएमआरसी, हाइड्रोपावर लिमिटेड और अन्य विदेशी विशेषज्ञों को हायर कर जल्द ही ऑडिट कराया जाएगा.
12 नवंबर से फंसे हैं मजदूर
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिलक्यारा सुरंग केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चारधाम ‘ऑल वेदर सड़क' (हर मौसम में आवाजाही के लिए खुली रहने वाली सड़क) परियोजना का हिस्सा है. ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही यह सुरंग 4.5 किलोमीटर लंबी है. 12 नवंबर को सुरंग का एक हिस्सा ढह गया. इससे मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए. इन्हें निकलने के लिए 10 दिन से रेस्क्यू अभियान जारी है. लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली.
टनल में 8 राज्यों के 41 मजदूर फंसे
उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल में 8 राज्यों के 41 मजदूर फंसे हैं. इसमें उत्तराखंड के 2, हिमाचल प्रदेश का 1, यूपी के 8, बिहार के 5, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15 और ओडिशा के 5 मजदूर फंसे हैं.